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प्रेगनेंट औरतों के लिए बहुत जरूरी हैं ये टीके लगवाने

Rounak Dey
30 April 2023 6:06 PM GMT
प्रेगनेंट औरतों के लिए बहुत जरूरी हैं ये टीके लगवाने
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क | गर्भवती महिलाएं और उनके गर्भ में पल रहे बच्‍चे संचारित बीमारियों से गंभीर रूप से प्रभावित होने के जोखिम में रहते हैं। प्रेग्‍नेंसी में टीकाकरण (Pregnancy Vaccine Schedule) करवाने से ना सिर्फ मां को सुरक्षा मिलती है बल्कि प्‍लेसेंटा से एंटीबॉडीज के पहुंचने से अजन्‍मे शिशु को भी गंभीर संक्रमणों से सुरक्षा मिलती है। इससे मां की सेहत में सुधार आने में भी मदद मिलती है और उनकी इम्‍यूनिटी मजबूत होती है।

इस आर्टिकल में ओल्‍ड एयरपोर्ट रोड़ पर स्थि‍त मणिपाल हॉस्‍पीटल की गायनेकोलॉजिस्‍ट डॉक्‍टर गायत्री कार्तिक नागेश से जानेंगे कि मां के लिए प्रेग्‍नेंसी में वैक्‍सीनेशन लगवाना कितना जरूरी है और उन्‍हें कौन-से टीके लगवाने चाहिए।

प्रेगनेंसी टीकाकरण चार्ट इन हिंदीप्रत्येक गर्भवती महिला को - टेटनस टॉक्साइड (टीटी) की पहली खुराक लगभग 24 सप्ताह में और उसके बाद टीडीएपी (टेटनस-डिप्थीरिया-अकोशिकीय पर्टुसिस) 27 से 36 सप्ताह की गर्भावस्था के बीच लगवा लेना चाहिए। डॉक्‍टर कहती हैं कि प्रेगनेंट महिला के लिए यह टीकाकरण अनिवार्य होता है। इसके अलावा उन्‍हें इन्फ्लुएंजा जैसे इंजेक्शन वाले फ्लू के टीके खासकर महामारी या 'फ्लू' के मौसम के दौरान लगाने चाहिए। हालांकि, ये टीका वै‍कल्पिक है।प्रेगनेंसी में इन फूड्स के सेवन से हो सकता है नुकसान

हेपेटाइटिस ए और बी का वैक्‍सीन

हेपेटाइटिस ए और हेपेटाइटिस बी का वैक्‍सीन उन महिलाओं को लगाया जाता है जिनमें यह संक्रमण होने का जोखिम होता है जैसे कि क्रोनिक लिवर डिजीज से ग्रस्‍त महिलाएं। गर्भावस्था में कुछ टीकों की सिफारिश नहीं की जाती है जैसे कि एमएमआर (खसरा, कण्ठमाला और रूबेला), वैरिकाला (चिकनपॉक्स) लाइव नेजल फ्लू वैक्सीन। अगर किसी महिला ने एमएमआर टीका लिया है, तो उसे 3 महीने की अवधि के लिए गर्भनिरोधक की सलाह दी जानी चाहिए क्योंकि इससे बच्चे में दोष होने की संभावना होती है।रेबीज का टीका कब लगाया जाता है

गर्भवती महिलाओं को जीवन रक्षक उपाय के रूप में रेबीज का टीका और इम्युनोग्लोबुलिन दिया जा सकता है। कोविशील्ड या कोवैक्सीन नाम के कोविड-19 के टीके, गर्भधारण से पहले, गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान सुरक्षित रूप से दिए जा सकते हैं। अगर आपने अब तक कोरोना का टीका नहीं लगवाया है, तो प्रेग्‍नेंसी में भी आप यह वैक्‍सीन लगवा सकती हैं।

गर्भावस्था की योजना बनाने से पहले एमएमआर, कोविड, हेपेटाइटिस और वैरीसेला टीकों की सिफारिश की जाती है।यात्रा कर रही हैं तो

मेनिंगोकोकल और पीले बुखार से संक्रमित क्षेत्रों की यात्रा करने पर इन बीमारियों से बचाने वाले टीके लगवाने की सलाह दी जाती है। जिन गर्भवती महिलाओं को इनकी आवश्यकता है, उन्हें इन टीकों के जोखिम और लाभों का मूल्यांकन करने के लिए अपनी गायनेकोलॉजिस्‍ट से चर्चा करनी चाहिए।सर्वाइकल कैंसर का टीका

एचपीवी वैक्सीन गर्भा​शय ग्रीवा के कैंसर से बचाता है। डॉक्‍टर सलाह देते हैं कि 12 से 15 साल की उम्र में बच्‍चों को ये वैक्‍सीन लगवा देना चाहिए लेकिन अगर गर्भावस्था तक यह टीका नहीं लग पाता है,

तो यह प्रसव के बाद की अवधि के दौरान दिया जा सकता है। महिलाएं आमतौर पर अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज करती हैं और इसलिए उन्हें सर्वाइकल कैंसर से बचाना अहम है। इस टीके की मदद से उन्‍हें सर्वाइकल कैंसर से सुरक्षा मिल सकती है।

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