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हिंसा मामलों में जमानत मिलने पर इमरान खान ने दिया बयान, कहा :आखिरी गेंद तक लड़ूंगा…पाकिस्तान

HARRY
19 May 2023 5:43 PM GMT
हिंसा मामलों में जमानत मिलने पर इमरान खान ने दिया बयान, कहा :आखिरी गेंद तक लड़ूंगा…पाकिस्तान
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कोर कमांडर हाउस पर हमले से संबंधित है। कोर कमांडर हाउस पर हमले से संबंधित है।

लाहौर, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की नौ मई को गिरफ्तारी के बाद हुई हिंसा के चलते उनके खिलाफ दायर तीन मामलों में उन्हें बड़ी राहत मिली है। पाक की आतंकवाद रोधी अदालत ने शुक्रवार को इमरान खान की गिरफ्तारी से पहले जमानत मंजूर कर ली।

लाहौर आतंकवाद रोधी अदालत (एटीसी) ने उन्हें दो जून तक जमानत देते हुए जांच का हिस्सा बनने का निर्देश दिया। खान के खिलाफ दर्ज मामलों में से एक लाहौर में कोर कमांडर हाउस पर हमले से संबंधित है।

आखिरी गेंद तक लड़ूंगा

जमानत के बाद एटीसी अदालत कक्ष में पत्रकारों को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि उन्होंने पिछले 35 वर्षों में सरकार द्वारा कभी भी इस तरह की “कार्रवाई” नहीं देखी। इमरान ने कहा, ”ऐसा लगता है जैसे सभी मौलिक अधिकार समाप्त हो गए हैं, केवल अदालतें अब मानवाधिकारों की रक्षा कर रही हैं।” खान ने आगे कहा कि जो भी हो जो वो “आखिरी गेंद तक” लड़ेंगे।

इमरान पर हिंसा फैलाने का आरोप

9 मई को आईएचसी परिसर में अर्धसैनिक बल पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा इमरान खान की गिरफ्तारी से पाकिस्तान में अशांति फैल गई थी। पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार, प्रदर्शनकारियों ने रावलपिंडी में सेना मुख्यालय (जीएचक्यू) पर धावा बोल दिया और लाहौर में एक कोर कमांडर के घर में आग लगा दी। जिसके बाद सरकार ने इमरान पर हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

कई लोगों की हुई मौत

पुलिस ने हिंसक झड़पों में मरने वालों की संख्या 10 बताई है, जबकि खान की पार्टी का दावा है कि सुरक्षाकर्मियों की गोलीबारी में उसके 40 कार्यकर्ताओं की जान चली गई।

बता दें कि शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने नागरिक और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने वालों को पाकिस्तानी सेना अधिनियम और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम सहित देश के संबंधित कानूनों के तहत सजा देने की बात कही है।

गौरतलब है कि खान को अविश्वास मत हारने के बाद पिछले साल अप्रैल में सत्ता से बेदखल कर दिया गया था। इमरान ने सत्ता जाने के बाद आरोप लगाया था कि रूस, चीन और अफगानिस्तान पर उनकी स्वतंत्र विदेश नीति के फैसलों के कारण उन्हें अमेरिकी नेतृत्व द्वारा साजिश के तहत निशाना बनाया गया था।

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