लाइफ स्टाइल

वेटलॉस करने की है चाहत, तो खाने से जुड़ी इन आदतों को कह दें अलविदा

Neha Dani
17 Jun 2022 3:54 AM GMT
वेटलॉस करने की है चाहत, तो खाने से जुड़ी इन आदतों को कह दें अलविदा
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अधिक प्रोटीन खाने, व्यायाम करने और पर्याप्त नींद लेकर स्वीट क्रेविंग्स को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

परफेक्ट फिगर पाने की चाहत तो हम सभी की होती है, लेकिन फिर भी अधिकतर लोग अपने बढ़े हुए वजन के कारण परेशान रहते हैं। इसके पीछे कहीं ना कहीं हमारी खान-पान की आदतें भी जिम्मेदार होती है। कुछ ऐसी बातें होती हैं, जिन पर हमारा ध्यान ही नहीं जाता है, लेकिन फिर भी वह हमारे वेट लॉस प्रोग्राम को बेहद प्रभावित करते हैं। मसलन, सुबह जल्दी-जल्दी में नाश्ता किए बिना ही घर से निकल जाना या अपना पसंदीदा टीवी शो देखते समय चिप्स खाना।

परफेक्ट फिगर पाने की चाहत तो हम सभी की होती है, लेकिन फिर भी अधिकतर लोग अपने बढ़े हुए वजन के कारण परेशान रहते हैं। इसके पीछे कहीं ना कहीं हमारी खान-पान की आदतें भी जिम्मेदार होती है। कुछ ऐसी बातें होती हैं, जिन पर हमारा ध्यान ही नहीं जाता है, लेकिन फिर भी वह हमारे वेट लॉस प्रोग्राम को बेहद प्रभावित करते हैं। मसलन, सुबह जल्दी-जल्दी में नाश्ता किए बिना ही घर से निकल जाना या अपना पसंदीदा टीवी शो देखते समय चिप्स खाना।
यहां आपको यह समझना चाहिए कि आपकी एक छोटी सी बुरी आदत ने आपका वजन बढ़ा दिया है। इसमें भी सबसे बुरी बात यह है कि आपको इस बात का अहसास ही ना हो कि आप अपने आहार में क्या कर रहे हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको आहार से जुड़ी कुछ ऐसी आदतों के बारे में बता रहे हैं, जो वेट लॉस की राह में रोड़ा पैदा करती हैं-
बिना सोचे-समझे खाना
बिना सोचे-समझे खाना भी आपके वजन बढ़ने की एक मुख्य वजह हो सकती है। भले ही शाम 7 बजे से पहले खाना आपको मानसिक तृप्ति प्रदान करता है। लेकिन कई बार जब हम रात में देर तक जगते हैं तो ऐसे में फूड क्रेविंग्स होती हैं। इस स्थिति में अधिकतर लोग पेस्ट्री, फ्राइड फूड, पैकेज्ड फूड व कोल्ड ड्रिंक्स आदि कई तरह के फूड्स का सेवन करते हैं। आप हमेशा एक स्लिम और टोंड फिगर चाहते हैं, तो ऐसे में आपको माइंडफुल ईटिंग पर जोर देना चाहिए। मसलन, आप अपने जंक फूड को चटपटे सलाद और रोस्टेड सब्जियों से स्विच कर सकते हैं।

मीठे का अधिक सेवन करना
अध्ययनों से पता चलता है कि जब आप थके हुए होते हैं, तो आप ऊर्जा के लिए या खुद को एक्टिव रखने के लिए मिठाई का सहारा लेने की अधिक संभावना रखते हैं। शुगरी प्रोसेस्ड फूड आपके मस्तिष्क में "फील-गुड" न्यूरोकेमिकल डोपामाइन के रिलीज होने की वजह बनता है। शुगर क्रेविंग कई तरह की स्थितियों के कारण हो सकता है, जिसमें डिप्रेशन, नींद की कमी, पीरियड्स क्रेविंग और डायबिटीज शामिल हैं। कभी-कभी मीठा खाने की इच्छा निर्जलीकरण के कारण होती है, इसलिए नहीं कि हम उन्हें खाने के आदी हैं। ऐसे में मीठे पर बहुत अधिक निर्भर होने के स्थान पर हमें इससे होने वाले नुकसानों के बारे में जानना चाहिए। साथ ही, अधिक प्रोटीन खाने, व्यायाम करने और पर्याप्त नींद लेकर स्वीट क्रेविंग्स को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

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