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लाइफ स्टाइल
कुल्फी-फलूदा का आनंद उठाना चाहतें है, तो करोल बाग में 'रोशन दी कुल्फी' पर चखें स्वाद
Renuka Sahu
4 Oct 2021 4:19 AM GMT
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फाइल फोटो
राजधानी में आइसक्रीम के पॉर्लर और नामी कंपनियों की रेहड़ियों पर इन्हें बिकते तो आपने देखा ही होगा.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजधानी में आइसक्रीम के पॉर्लर और नामी कंपनियों की रेहड़ियों पर इन्हें बिकते तो आपने देखा ही होगा. पहले इन पर कुल्फी न के बराबर मिलती थी, लेकिन बढ़ती मांग को देखते हुए अधिकतर कंपनियों ने अपने प्रॉडक्ट में कुल्फी को भी शामिल कर लिया है. लेकिन हम आपको दिल्ली की कुल्फी की मशहूर दुकान के पास लेकर जा रहे हैं. जहां का कुल्फी-फलूदा बहुत ही मशहूर है. इस दुकान का नाम ही काफी है. लेकिन खास बात यह है कि यहां गिनी-चुनी चार किस्म का ही कुल्फी-फलूदा मिलता है. आपको एक बात बताएं कि हम इस बात की खासी खोजबीन कर चुके हैं कि कुल्फी के साथ फलूदा क्यों जुड़ा और किन कारणों से खुशबूदार और मनभावन कुल्फी के साथ फलूदा खाने का रिवाज शुरू हो गया.
लेकिन सिर्फ यह पाया गया कि कुल्फी के मीठे स्वाद को हलका करने और इस डिश को ज्यादा दिखाने व उसकी ठंडक कम करने के लिए कुल्फी के साथ फलूदा जुड़ गया. कुल्फी-फलूदा का रिवाज पूरे उत्तर भारत से लेकर हैदराबाद तक जारी है. खास बात यह है कि पुराने वक्त में कुल्फी-फलूदा गर्मियों के दौरान ही मिलता था, लेकिन अब तो 12 महीने इसे खाया जा सकता है.
सिर्फ चार प्रकार के कुल्फी-फलूदा ने ही रंग जमा रखा है
दिल्ली के करोल बाग इलाके से तो आप जरूर ही परिचित होंगे. यह दिल्ली के भारी-भरकम कमर्शियल इलाकों में से एक है. करोल बाग में अनेक बाजार और मार्केट हैं. इन्हीं में से अजमल खां रोड पर रोशन दी कुल्फी (RDK) नाम का रेस्तरां आपको दिख जाएगा. दिल्ली के किसी बाशिंदे से आप पूछेंगे कि करोल बाग में खाने का कौन सा व्यजंन सबसे मशहूर है तो वह कहेगा कि रोशन की कुल्फी. देश की आजादी के बाद ही करोल बाग इलाके में बाजार शुरू हुए थे, यह रेस्तरां भी तभी से ही नाम कमा रहा है.
यह रेस्तरां कुल्फी के नाम से मशहूर है, लेकिन यहां पर चार-पांच प्रकार का ही कुल्फी-फलूदा आपको नजर आएगा. इनमें सबसे मशहूर केसर पिस्ता कुल्फी-फलूदा के अलावा शुगर फ्री, पान फलूदा कुल्फी और चॉकलेट कुल्फी-फलूदा शामिल है. गर्मियों में यहां मेंगों कुल्फी-फलूदा भी मिलता है. लेकिन इन चार प्रकार की कुल्फी-फलूदा ने ही दिल्ली में अपना रंग जमा रखा है. जो लोग करोल बाग में शॉपिंग करने आते हैं, वे कोशिश करते हैं कि रोशन का कुल्फी-फलूदा जरूर खा लिया जाए.
कुल्फी-फलूदा के ऊपर गाढ़ी चाशनी स्वाद को बढ़ा देती है
इस रेस्तरां की कुल्फियों को आज भी पारंपरिक तरीके से तैयार किया जाता है. दूध को घंटो उबालकर, उसमें स्वाद व गुण के अनुसार माल व ड्राई फ्रूट्स डाले जाते हैं, फिर विशेष सांचों में डालकर सांचों के मुंह को आटे की लोई से बंद करके फिर इसे मटके मे जमा दिया जाता है. आजकल फ्रीज करने का नया चलन हो गया है, लेकिन इसका निर्माण पारंपरिक ही चल रहा है. परोसने का तरीका शानदार है. रेस्तरां पर सबसे अधिक केसर पिस्ता कुल्फी-फलूदा ही बिकता है.
आपके मांगने पर सांचे से कुल्फी को निकालकर उसे प्लेट में टुकड़े कर डाला जाएगा. इस कुल्फी के ऊपर फलूदे को रखा जाएगा. उसके बाद गाढ़ी चाशनी डालकर एक बार फिर से केसर युक्त फलूदा रखा जाएगा। फिर उसे पेश कर दिया जाएगा. इसको खाकर ही आप महसूस करेंगे कि कुछ अलग स्वाद की कुल्फी खाई जा रही है. मुंह में कुल्फी-फलूदा तैरता सा महसूस होगा. जुबान में दूध, खोये, केसर, पिस्ता, इलायची की खुशबू भर जाएगी. इन सभी प्रकार के कुल्फी-फलूदा की कीमत 140 रुपये है.
रेस्तरां में खाने को और भी बहुत कुछ लेकिन जलवे कुल्फी-फलूदा के ही हैं
अब इस रेस्तरां ने अपना विस्तार कर लिया है. अब आपको यहां छोले-भटूरे, टिक्की, चाट के अलावा वेज तंदूरी आइटम, साउथ इंडियन खाना व चाइनीज डिश और अनेक प्रकार की मिठाइयां भी मिलती हैं. लेकिन कुल्फी का जलवा यह है कि आप कुछ भी खा ले, मीठे के तौर पर आप कुल्फी-फलूदा को खाने से अपने मन को नहीं रोक पाएंगे. अब इस दुकान का इतिहास देखते हें. कुल्फी बेचने का काम साल 1951 में रोशन लाल ने शुरू किया था. सालों तक कुल्फी और बाद में उसके साथ फलूदा को जोड़कर उसे बेचा गया. उसके बाद छोले-भटूरे शामिल हुए. इस काम में उनके चार बेटों अशोक कुमार सोनी, जोगेंद्र कुमार सोनी, सतीश और सुभाष सोनी ने मदद की.
जब काम चल निकला तो खाने-पीने के व्यंजन लगातार जोड़े जाने लगे. अब इस रेस्तरां में इन चारों बेटों के बेटे चक्षु, ईशान, पियूष व आयुष भी जुड़ गए हैं. ये संयुक्त परिवार है और आज भी मिलजुल कर ही काम कर रहे हैं. यह रेस्तरां सुबह 8 बजे शुरू हो जाता है और रात 10 बजे तक विभिन्न आइटमों का लुत्फ लिया जा सकता है. चूंकि भीड़-भरा और व्यस्त इलाका है, इसलिए अवकाश कोई नहीं है. इस रेस्तरां की एक ब्रांच रजौरी गार्डन में भी है.
Renuka Sahu
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