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बच्चे को है ये समस्या है तो जानिए संभावित वजह, लक्षण और बचाव के तरीके

Shantanu Roy
28 Oct 2021 8:34 AM GMT
बच्चे को है ये समस्या है तो जानिए संभावित वजह, लक्षण और बचाव के तरीके
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एक समय था जब सिरदर्द क्या होता है, इसके बारे में बच्चों को पता ही नहीं होता था क्योंकि तब लोगों का खानपान अच्छा होता था. उस समय बच्चों पर पढ़ाई का आज के जैसा प्रेशर नहीं होता था

जनता से रिश्ता। एक समय था जब सिरदर्द क्या होता है, इसके बारे में बच्चों को पता ही नहीं होता था क्योंकि तब लोगों का खानपान अच्छा होता था. उस समय बच्चों पर पढ़ाई का आज के जैसा प्रेशर नहीं होता था और न ही किसी तरह का दबाव होता था. फिजिकल एक्टिविटी भी खूब होती थी. इसके कारण उनका स्वास्थ्य काफी अच्छा रहता था.

लेकिन आज के समय में छोटे छोटे बच्चों पर इतना लोड है कि कम उम्र में ही मोटा चश्मा आंखों पर चढ़ जाता है. ​गलत खानपान और फिजिकल ​एक्टिविटीज न के बराबर होने की वजह से मोटापा बढ़ जाता है. घंटों टीवी व मोबाइल फोन पर चिपके रहने की वजह से स्ट्रेस और सिर में दर्द की समस्या होने लगी है. अगर ये कभी कभार की समस्या है तो ये स्ट्रेस की वजह से भी हो सकती है, लेकिन अगर सिर में दर्द की शिकायत बच्चे अक्सर करते हैं तो आपको इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है.
ये हो सकती है वजह
बच्चों को सिर में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे- सिर में चोट लगना, सर्दी, खांसी, जुकाम की वजह से, गलत खानपान व लाइफस्टाइल के कारण, आईसाइट की वजह से, माइग्रेन का दर्द, ज्यादा स्ट्रेस लेने से और ब्रेन में ट्यूमर, फोड़ा व मस्तिष्क में रक्तस्राव होने के कारण भी ये परेशानी हो सकती है.

ये लक्षण आ सकते हैं सामने
– आंखों से धुंधला दिखना
– जरूरत से ज्यादा पसीना आना
– तेज आवाज सुनकर गुस्सा आना
– छींकने या खांसने के दौरान सिरदर्द
– स्वभाव में गुस्सा और चिड़चिड़ापन होना
– नींद से जगाने के तुरंत बाद सिरदर्द होना
– सिरदर्द के साथ चक्कर, उल्टी, मितली आना

समस्या से बचाव के लिए क्या करें
सबसे पहले विशेषज्ञ से परामर्श करें

बच्चे अपनी बात को ठीक से कह नहीं पाते हैं, इसलिए उनकी समस्या को बहुत सजगता के साथ समझने की जरूरत है. अगर आपका बच्चा अक्सर सिरदर्द की शिकायत करता है तो सबसे पहले बगैर कोई रिस्क लिए आप विशेषज्ञ से परामर्श करें. उसकी जरूरी जांचें करवाएं. रिपोर्ट के आधार पर जरूरी इलाज करवाएं और विशेषज्ञ के निर्देशों का पालन करें.
आंखों की जांच करवाएं
आजकल मोबाइल, लैपटॉप और टीवी में घंटों लगे रहने की वजह से बच्चों की आंखों की रोशनी भी प्रभावित होने लगी है. अगर आपका बच्चा आंखों से ठीक से न देख पाने की शिकायत कर रहा है, तो उसे डांटें नहीं. उसकी आंखों की जांच करवाएं. कई बार नजर कमजोर होने पर भी सिर में दर्द की समस्या हो जाती है. इसके अलावा अगर बच्चे के पहले से चश्मा लगा है तो चश्मे का नंबर कम या ज्यादा होने के कारण भी सिर में दर्द हो सकता है.
लाइफस्टाइल बदलें
बच्चों के सामान्य सिर दर्द की समस्या को दूर करने के लिए उनके खानपान और लाइफस्टाइल को बदलना बहुत जरूरी है. इसके लिए उन्हें खाने में हरी सब्जियां, फल, दूध, पनीर आदि चीजें खाने की आदत डालें. बाहरी फूड, शुगरी ड्रिंक से परहेज करें. उन्हें फिजिकल एक्टिविटी के लिए प्रेरित करें. इनडोर की बजाय आउटडोर गेम्स खेलने दें. टीवी और मोबाइल का एक समय निश्चित करें. बच्चे की नींद पूरी हो, इसका खयाल रखें. पढ़ाई को लेकर उन्हें प्रोत्साहित करें, दबाव बनाने की कोशिश न करें.


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