- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- बारिश के दौरान कैसे...

x
दाद
दाद यानी रिंगवर्म भी एक तरह का फ़ंगल इन्फ़ेक्शन है, जो संक्रमित चीज़ों के सपंर्क में आने से अधिक फैलती है. बारिश के दिनों में गंदे पानी और आसपास की अनचाही चीजों के चपेट में आने से दाद के फ़ंगस पैरों में आसानी से पनप जाते हैं.
बचने के उपाय
पैरों की ठीक से सफ़ाई करें
बारिश में भीगने के बाद पैरों को ऐंटी-बायोटिक से साफ़ करें. पानी में डिस्इंफ़ैक्टेंट्स मिलाना ना भूलें. पैरों की उंगुलियों को भी अच्छे से साफ़ करें और उन्हें पोछकर ऐंटी-सेप्टिक क्रीम लगाएं. नाख़ूनों पर पाउडर छिड़ककर उन्हें ठीक से सूखा लें, ताकि उसमें पानी ना रहे. यह पैरों से चिपके बैक्टीरिया और फ़ंगस को मारकर आपके पैरों को इन्फ़ेक्शन से बचाएंगे.
नंगे पैर ना घूमें
बाहर निकलते समय जूते या बरसाती चप्पल पहनें. पैर में अगर चोट लगी हो, तो मोजा और जूता ही पहनें, ताकि चोटवाली जगह सीधे तौर पर पानी और मिट्टी के संपर्क में न आ सके. इसके साथ ही यह भी ध्यान रखें कि गीले जूते व मोजे जितना जल्दी हो बदलें.
बारिश के जमा पानी में जाने से बचें
जमा पानी में कई तरह के बैक्टीरिया भी जमा हो जाते हैं, जो बाहरी और अंदरूनी सेहत के लिहाज से बहुत ज़्यादा नुक़सानदायक होते हैं. अगर किसी कारणवश जाना पड़े, तो उससे निकलने के बाद कम से कम साफ़ पानी से पैर ज़रूर धोएं.
ऑफ़िस जाते समय बैग में सूखी तौलिया या कॉटन का कपड़ा रखें, ताकि ऑफ़िस पहुंचकर पैरों को ठीक से साफ़ कर सकें.
नाख़ूनों को ठीक से सूखाने के लिए टेलकम पाउडर का छोटा डिब्बा भी बैग में कैरी कर सकते हैं.
डिस्इंफ़ैक्टेंट्स या वेट वाइप्स का भी प्रयोग करें, यह भी आपके पैरों पर जमे बैक्टीरिया को साफ़ कर देगा.
डॉक्टरी सलाह ज़रूर लें
अगर आपको अपने पैरों में किसी भी तरह का इन्फ़ेक्शन दिखाई दे, तो जितना जल्दी हो सके डॉक्टरी सलाह लें, जिससे आप पैर के गंभीर इन्फ़ेक्शन से बच जाएंगे.
Next Story