लाइफ स्टाइल

औषधीय गुणों से भरपूर है अदरक

Kajal Dubey
16 July 2023 2:29 PM GMT
भारतीय भोजन में कई चीजों को शामिल किया जाता है जिसमें से एक हैं अदरक जिसे धरती पर मौजूद सबसे ज्यादा स्वास्थ्यप्रद मसालों में से एक माना गया है। चाय का स्वाद बढ़ाने वाला अदरक अपने अंदर सेहत से जुड़े अनेक गुण लिए हुए है। अदरक को फ्रेश, सूखा, पाउडर, ऑयल या जूस के रूप में लिया जा सकता है। आयुर्वेद में तो अदरक को एक सुपरफूड के तौर पर देखा जाता हैं जो कई औषधीय गुणों से भरपूर हैं। पोषक तत्वों और बायोएक्टिव यौगिकों से भरा हुआ अदरक बेहद गुणकारी साबित होता हैं। खाने और चाय का स्‍वाद बढ़ाने के अलावा अदरक का इस्‍तेमाल वैकल्पिक चिकित्सा के विभिन्न रूपों में किया जाता है। यह डाइजेशन को दुरुस्‍त रखने, मतली को कम करने और कोल्‍ड और फ्लू से लड़ने में मदद करती है।
अदरक आपको इतने तरीकों से फायदा पहुंचाती है जितना आप सोच भी नहीं सकते। यह एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर्स और एंटी-एजिंग है। यह मतली, मॉर्निंग सिकनेस से राहत दिला सकती है और पेट की एसिडिटी को शांत करती है। अदरक फ्री रेडिकल्‍स को नियंत्रित करती है और आपकी त्वचा को हेल्‍दी रखते हुए ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करती है। यह हार्ट हेल्‍थ में सुधार करती है और ब्‍लड प्रेशर कम करती है।
अदरक क्या है?
भूमि के अन्दर उगने वाले प्रकन्द को आर्द्र अवस्था में अदरक, जबकि सूखी अवस्था में सोंठ कहते हैं। प्राचीन ग्रन्थों में अदरक का उल्लेख पाया जाता है। बहुत सालों से औषधि चूर्ण, काढ़ा, गुटिका (गोली) तथा अवलेह आदि में अदरक का प्रयोग किया जा रहा है।
अदरक सुगन्धित होता है। अदरक का पौधा कई वर्षों तक जीवित रहता है। यह लगभग 90-120 सेमी ऊँचा, कोमल होता है। हर साल प्रकन्द से नई शाखाएं निकलती हैं। इसका प्रकन्द सफेद या पीला रंग का होता है जो बाहर से भूरे रंग का होता है। अदरक में धारियां होती हैं और यह गोलाकार होने के साथ-साथ एक या अनेक भागों में विभाजित होता है।
अदरक के गुण
अदरक की अनूठी सुगंध और स्वाद इसके प्राकृतिक तेलों से आता है, जिनमें से सबसे जरूरी जिंजरोल है। जिंजरोल अदरक में मुख्य बायोएक्टिव यौगिक है। यह अदरक के औषधीय गुणों के लिए जिम्मेदार है। जिंजरोल में शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं, जो शरीर में ज्‍यादा फ्री रेडिकल्‍स के कारण होते हैं। अदरक की मदद से कई स्वास्थ्य समस्याओं से निजात पाने में मदद मिलती हैं। तो आइए, डालें एक नजर उन समस्याओं पर जिनका इलाज अदरक से सम्भव है—
त्‍वचा में आता है निखार
अदरक एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-सेप्टिक और ब्‍लड सर्कुलेशन को बढ़ाने वाले गुण होते हैं, जिसकी मदद से यह त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करता है। एंटी-ऑक्सीडेंट त्वचा को यूवी किरणों से बचाते हैं और कोलेजन के टूटने को धीमा करते हैं, जिससे त्वचा जवां दिखती है।
एंटी-सेप्टिक गुण मुंहासों को कम करते हैं और अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण आप मुहांसों के कारण होने वाले दाग-धब्बों को कम कर सकते हैं।
xहार्ट रोगों से बचाव
अपने अन्य गुणों के अलावा, अदरक ब्‍लड को पतला करने का काम भी करती है, जो हार्ट संबंधी समस्याओं को रोकने में फायदेमंद है। ब्‍लड को पतला करने वाली दवाएं ब्‍लड क्‍लॉट के जोखिम को कम करती हैं, जिससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
कोलेस्ट्रॉल का निर्माण धमनियों को रोक सकता है और हार्ट की समस्याओं का खतरा बढ़ा सकता है। लेकिन, अदरक ब्‍लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कम करके हार्ट के रोगों को रोकती है। इसके अलावा, अदरक सर्कुलेशन में भी सुधार करती है और ब्‍लड शुगर को कम करती है, जिससे हार्ट को अपना काम करने में मदद मिलती है।
कान के दर्द का इलाज
अदरक के रस को हलका गर्म कर लें, या आप अदरक, मधु एवं बनाएं को मिलाकर तेल में पका लें, या फिर चारों को मिलाकर गुनगुना कर 1-2 बूंद कान में डाले। इससे कान के दर्द का उपचार होता है। बराबर-बराबर मात्रा में कैथ फल का रस, बिजौरा नींबू का रस तथा अदरक के रस को मिला लें। इसे थोड़ा गर्म कर लें। इसे छानकर 1-2 बूंद कान में डालें। इससे कान के दर्द का इलाज होता है। सरसों के तेल में अदरक, मुलेठी मिला लें। इसे थोड़ा गर्म कर लें। इसे छानकर 1-2 बूंद कान में डालने से कान के दर्द
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