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गर्भावस्था की समस्या
गर्भवती महिलाएं भी अदरक का सेवन कर सकती हैं, यह उनके लिए भी सुरक्षित माना जाता है। हालांकि इस दौरान इसकी मात्रा का ख्याल रखना आवश्यक हो जाता है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि गर्भावस्था के दौरान अदरक का अधिक सेवन करना शिशु और मां दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इससे रक्तस्राव और कुछ स्थितियों में गर्भपात का खतरा हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान अदरक के सेवन को लेकर अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।
डायरिया की समस्या
अगर हम अदरक का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल कर लें तो यह हमारे डाइजेशन को प्रभावित कर सकता है। कोरोना महामारी के दौर में लोगों ने इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए दिन भर में कई कई बार अदरक की चाय का सेवन किया जिससे कई लोगों को इसका नुकसान भी उठाना पड़ा। ज्यादातर लोगों में डायरिया की समस्या देखने को मिली।
गले में जलन की समस्या
एक तरफ जहां अदरक गले में टॉन्सिल या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के चलते गले में होने वाली जलन को दूर करने में मदद करता है, वहीं इसका ज्यादा सेवन गले और मुंह की म्यूकोसल लाइनिंग को परेशान कर सकता है। यह यौगिक जिंजरोल के कारण हो सकता है - जो कि मिर्च को तीखा करता है। जरूरत से ज्यादा खाने पर अदरक का तीखा स्वाद गले को नुकसान पहुंचाता है।
लो-ब्लड शुगर की समस्या
अध्ययनों में पाया गया है कि अदरक में मौजूद यौगिक, ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं, पर अगर आप इससे अधिक लाभ पाने के चक्कर में बहुत अधिक मात्रा में अदरक का सेवन कर रहे हैं तो इसके कारण लो ब्लड शुगर की समस्या होने का खतरा रहता है। ब्लड शुगर का स्तर कम होने की स्थिति में चक्कर आने, थकान और बेहोशी जैसे दिक्कत हो सकती है। इसका हमेशा ख्याल रखा जाना चाहिए।
सीने में जलन की समस्या
अगर आप सही मात्रा में अदरक का प्रयोग कर रहे हैं तब तो यह आपकी सेहत के लिए बहुत ही अच्छा है, लेकिन अगर मात्रा से अधिक आपने इसका प्रयोग कर लिया तो यह आपके सीने में जलन और पेट में गैस का कारण बन सकता है। ऐसे में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए समझदारी के साथ ही सही मात्रा में इसका प्रयोग करें।
हृदय रोग की समस्या
अदरक के एंटी-इंफ्लामेटरी गुण इसे वैसे तो हृदय रोगियों के लिए फायदेमंद बनाते हैं, पर इसका अधिक मात्रा में सेवन करना दिल की धड़कन में अनियमितता, धुंधली दृष्टि और अनिद्रा जैसी समस्याओं का खतरा भी पैदा कर सकता है। अनिद्रा को रक्तचाप और दिल की बीमारियों को बढ़ाने वाले कारक के तौर पर जाना जाता है। इस तरह की दिक्कतों से बचे रहने के लिए अदरक का कम मात्रा में ही सेवन किया जाना चाहिए।
ब्लीडिंग की समस्या
अदरक की तासीर गरम होती है, इसलिए अगर आप किसी तरह के ब्लीडिंग डिसऑर्डर से पीड़ित हैं, तो फिर अपने आहार में इसे शामिल करने से परहेज करें। अदरक में एंटी प्लेटलेट तत्व होते हैं, जो रक्त पतला करने का कारक होते हैं। इसी वजह से अगर आपका खून पतला है, तो इसका सेवन करने से आपको ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। अदरक को लौंग और लहसुन जैसी गरम तासीर वाली चीजों के साथ मिलाकर खाने से आपको नाक और मुंह से खून आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको बवासीर है, तो फिर भूलकर भी अदरक को अपने आहार का हिस्सा न बनायें।
दस्त की समस्या
अदरक खाने से पाचन क्रिया स्वस्थ और साफ रहती है। हालांकि जब आप इसका ज्यादा सेवन करते हैं, तो इसमें मौजूद कंपाउड उस दर को तेज कर देते हैं, जिस पर भोजन आंतों से बाहर निकल जाता है और दस्त हो जाते हैं। जनवरी 2020 न्यूट्रिएंट स्टडी में यह भी पाया गया कि कुछ लोगों ने अदरक लेने के परिणामस्वरूप मतली की शिकायत की, भले ही वे अदरक को मतली के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में ले रहे थे।
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