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फ्रोजन फूड्स की आज के समय में है ज्यादा डिमांड

Kajal Dubey
23 Jun 2023 5:07 PM GMT
फ्रोजन फूड्स की आज के समय में है ज्यादा डिमांड
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वर्तमान समय में लोगों के पास समय कम और काम ज्यादा है। समय की कमी के चलते लोग अपने खानपान पर भी सही से ध्यान नहीं दे पाते हैं। लोग अपने जीवन में इतना ज्यादा व्यस्त हो चुके हैं कि उन्हें सही से खाना बनाने के लिए समय भी नहीं मिल जाता है और इसलिए फ्रोजेन फ़ूड का सेवन बहुत चल रहा है। फ्रेश खाने की तुलना में फ्रोजन फूड्स को सेहतमंद नहीं माना जाता है। इन फूड्स को लंबे समय फ्रेश रखने के लिए इनमें हाइड्रोजेनेटेड पाम ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें हानिकारक ट्रांस फैट होते हैं। इसके अलावा इनमें स्टार्च और ग्लूकोज से बने कॉर्न सिरप जैसे प्रिजर्वेटिव का इस्तेमाल किया जाता है। जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकते है। फ्रोजन फूड्स में सोडियम की मात्रा भी काफी ज्यादा होती है। जिसके चलते शरीर में कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है। तो चलिए आज हम आपको फ्रोजन फूड्स से होने वाले नुकसान के बारे में बताते हैं।
ट्यूमर और कैंसर
फ्रोजन सब्जियों को ताजा रखने के लिए कुछ ऐसे केमिकल्स मिलाए जाते हैं, जिन्हें 'एंटी माइक्रोबिएंस' कहा जाता है। इनसे सेंसिटिव लोगों को एलर्जी भी हो सकती है। अगर लगातार लंबे समय तक फ्रोजन चीजों का सेवन किया जाए तो इनकी वजह से ट्यूमर या कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं।
डायबिटीज
फ्रोजन फूड्स को फ्रेश दिखाने के लिए इसमें स्टार्च का इस्तेमाल किया जाता है। यह स्टार्च फूड को दिखने में फ्रेश बनाता है, साथ-साथ स्वाद भी बढ़ता है। इन फूड्स को पचाने के लिए हमारा शरीर फूड में मौजूद इन स्टार्ट को शुगर में बदलता है। ऐसे में शरीर में शुगर बढ़ने से डायबिटीज का खतरा ज्यादा रहता है। इसके साथ ही यह स्टार्च शरीर के टिश्यूज को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
वजन
फ्रोजन फूड्स के सेवन से वजन बढ़ सकता है। क्योंकि फ्रोजन फूड में फैट बहुत ज्यादा पाया जाता है। फैट में कार्बोहाइड्रेट या प्रोटीन की तुलना में दोगुनी मात्रा में कैलोरी होती है। फ्रोजन फूड को पोषक से भरपूर बताकर इसका प्रचार किया जाता है लेकिन सच ये है कि ये बॉडी के लिए बहुत खतरनाक हो सकते हैं।
हाई ब्लडप्रेशर
फ्रोजन चीजों खास तौर पर चिकन नगेट्स, पिज्जा, कबाब, आलू टिक्की और फ्रेंच फ्राइज जैसी चीजों को ज्यादा समय तक सुरक्षित रखने के लिए उनमें मोनो-सोडियम ग्लूटामेट और सोडियम बाइकार्बोनेट जैसे तत्व मिलाए जाते हैं। ऐसी चीजों के सेवन से लोगों का ब्लडप्रेशर बढ़ता है।
खाने की पौष्टिकता कम करे
फ्रोजन सब्जियों में केमिकल्स की वजह से लगभग 50 फीसदी पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं। खासतौर इन सब्जियों में पाए जाने वाले विटामिन बी और सी तो पूरी तरह सब्जियों में नष्ट हो जाते हैं। इसके साथ ही इन सब्जियों के स्वाद में भी काफी ज्यादा अंतर हो जाता है।
हार्ट
हार्ट के मरीजों के लिए खरतनाक हो सकता है। फ्रोजन फूड्स में मौजूद ट्रांस फैट्स क्लॉज्ड धमनियों की समस्या बढ़ाते हैं। ट्रांस फैट्स शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं। जो हार्ट हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है।
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