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जब आप ऑफिस ब्रेक में अपने साथियों से मिलते हैं तो उस समय सिगरेट ना पीने का प्रयास करें।
धूम्रपान युवाओं में एक बढ़ती समस्या है। ट्रेंड और फैशन के आभामंडल के कारण सिगरेट पीना वह एक स्टाइल मानने लग गए हैं। इसके परिणाम बाहरी रूप में तो नहीं दिखते पर यह अंदर ही अंदर शरीर खोखला कर रही है। आत्मग्लानि होने के बाद भी युवा इसे छोड़ना तो चाहते हैं पर ऐसा कर नहीं पाते। चलिए जानते हैं कैसे छोड़ सकते हैं धूम्रपान की लत -
1 अगर कोई इस नशे का आदी है तो उसके लिए इसे एकदम से छोड़ना कठिन कार्य होगा। ऐसे में धीरे धीरे अपनी सिगरेटों की संख्या कम करके उसे एक दिन छोड़ा जा सकता है। उदाहरण के लिए कोई 10 सिगरेट प्रतिदिन पीता है तो वह इसे कुछ दिन 9 पर लेकर आए , फिर 8 , 7 ....। एक दिन ऐसा आएगा कि वह एक भी सिगरेट नहीं पीएगा और उसकी आदत छूट जाएगी।
2 जब सिगरेट छोड़ते हैं तो उसकी तलब लगती है और बैचेनी होती है। ऐसे समय अपना आत्मविश्वास बरकरार रखें और अपना ध्यान दूसरी चीजों के बारे में लगाएं। इस समय जितना आप सिगरेट के बारे में सोचते हैं उतनी आपकी बैचेनी बढ़ती है।
3 जब आप ऑफिस ब्रेक में अपने साथियों से मिलते हैं तो उस समय सिगरेट ना पीने का प्रयास करें। कुछ दिन उन साथियों से ब्रेक में नहीं मिलें और अगर उनके साथ हैं तो सिगरेट से ध्यान हटाने के लिए च्विंगम का उपयोग कर सकते हैं।
4 no कहना सीखें। जब आपने मन में ठान लिया है कि आपको सिगरेट छोड़ना है तो अगर कोई आपको एक कश लगाने का कहे तो आपको उसे no कहना है। जब आपके मन में आएगा की एक सिगरेट से कुछ नहीं होगा, चलो इसे पी लेते हैं , तो इस समय भी आपको अपने आप से no कहना होगा। यही आपके संयम की परीक्षा है।
5 धूम्रपान छोड़ने के लिए आप भावनात्मक तरीका भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आप जब भी सिगरेट हाथ में लें तो यह जरूर सोचे कि इससे आपको अगर कुछ होता है तो आपके परिवार के लोगों का क्या होगा। आप उनको तड़पता,रोता-बिलखता देख सकेंगे ?
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Apurva Srivastav
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