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कब्ज से छुटकारा पाने के लिए खाएं ये 5 चीजें, जल्द मिलेगा आराम

Tara Tandi
23 July 2022 12:36 PM GMT
कब्ज से छुटकारा पाने के लिए खाएं ये 5 चीजें, जल्द मिलेगा आराम
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कब्ज (Constipation) पाचन की एक आम समस्या है। कब्ज एक ऐसी स्थिति है जिसमें आप एक सप्ताह में तीन से कम बार ही मल त्याग कर पाते हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कब्ज (Constipation) पाचन की एक आम समस्या है। कब्ज एक ऐसी स्थिति है जिसमें आप एक सप्ताह में तीन से कम बार ही मल त्याग कर पाते हैं। ऐसा मल के सख्त हो जाने से होता है। क्योंकि यह पूरी तरह से आपके खान-पान और शारीरिक गतिविधियों पर नर्भर करती हैं, इसलिए लगभग हर कोई आए दिन इससे परेशान रहता है। अगर आपको कब्ज की शिकायत है तो जान ले कब्ज होने का कारण क्या है? यह वात दोष के असंतुलन के कारण होता है। इसके बहुत से कारण हो सकते हैं, जिसमें सूखा, ठंडा, मसालेदार, तला हुआ और फास्ट फूड का अत्यधिक सेवन, पर्याप्त पानी नहीं पीना, भोजन में कम फाइबर, खराब चयापचय, देर रात में खाना, गतिहीन जीवन शैली जैसे कारक शामिल हैं।

लंबे समय तक कब्ज रहने से पाचन क्रिया डिस्टर्ब हो जाती है। इसके अलावा सिरदर्द, गैस, भूख न लगना, कमजोरी और जी-मिचलाना, चेहरे पर मुंहासे, काले दाग जैसी समस्या होने लगती है। ज्यादातर मामलो में कब्ज कुछ दिनों के लिए ही होता है, लेकिन यह आपके पूरे दिन के क्रियाकलाप को प्रभावित करने की क्षमता रखती है। ऐसे में लोग तुरंत दवाईयां खा लेते हैं। पर आपको इस बात का ध्यान रखान चाहिए कि ज्यादा दवाईयां भी आपके सेहत को डेमेज करने का काम करती हैं। ऐसे में जितना हो सके घरेलू उपचार का प्रयोग ही करना चाहिए।
आयुर्वेद डॉक्टर दीक्षा भावसार बताती हैं कि केवल जुलाब का सेवन स्थायी समाधान नहीं है। यह हेल्दी नहीं होते हैं। यदि आप नहीं चाहते कि आपकी आंतों को जुलाब की आदत हो तो नेचुरल तरीके से ही पाचन को स्वस्थ्य रखने का तरीका अपनाएं।
घर पर करें कब्ज का पक्का इलाज
​किशमिश
काली किशमिश फाइबर से भरपूर होती है। जो स्टूल को ढीला करता है और बाउल मूवमेंट को बेहतर बनाता है। इससे मल त्याग करते समय अधिक जोर लगाने की जरूरत नहीं होती है। जिससे कब्ज, अपच और एसिडिटी की समस्या नहीं होती है।
आयुर्वेद डॉक्टर बताती हैं कि क्योंकि किशमिश सूखे खाद्य पदार्थ होता है, जो आपके वात दोष को बढ़ाने के साथ ही गैस्ट्रिक की समस्या पैदा कर सकते हैं। इसलिए फूले हुए किशमिश खाना ही बेहतर होता है इससे पाचन की समस्या भी नहीं होती है।
​मेथी के बीज
मेथी के बीजों का सेवन आपके पाचन को बेहतर बना सकता है। लेकिन पित्त दोष वाले लोगों को इसके सेवन से बचना चाहिए।
डॉक्टर दीक्षा बताती हैं कि 1 चम्मच मेथी के बीज को रात भर भिगो कर सुबह सबसे पहले खाया जा सकता है। इसके अलावा आप इन बीजों का पाउडर भी बना सकते हैं और सोते समय गर्म पानी के साथ 1 चम्मच इसका सेवन भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
​अंवला का जूस
आंवला एक अद्भुत रेचक होता है। नियमित रूप से सुबह खाली पेट इसके से बालों का झड़ना, सफेद बाल, वजन कम करना और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में भी मदद करता है।
विशेषज्ञ बताती हैं कि आप आंवला का सेवन अपने सुविधानुसार फल या पाउडर के रूप में भी कर सकते हैं। यह सभी प्रकृति के लोगों के लिए फायदेमंद होता है।
​गाय का घी
A2 गाय का घी (देसी गायों से निकाले गए दूध से बने घी का सबसे शुद्ध रूप) आपके चयापचय में सुधार करता है। यह आपको शरीर में स्वस्थ वसा को बनाए रखने में भी मदद करता है जो कि विटामिन A, D, E और k जैसे वसा में घुलनशील विटामिन के अवशोषण के लिए आवश्यक है।
डॉक्टर दीक्षा भैंस के घी का सुझाव नहीं देती क्योंकि यह मोटा होता है और हर किसी को सूट नहीं करता है। भैंस का घी उन लोगों के लिए अच्छा है जो वजन बढ़ाना चाहते हैं। अधिकतम लाभ के लिए हमेशा A2 गाय का दूध और घी पसंद करें। एक गिलास गर्म गाय के दूध के साथ 1 चम्मच गाय का घी पुरानी कब्ज वाले लोगों के लिए सबसे अच्छा काम करता है।
​गाय का दूध
दूध नेचुरल रेचक होता है। जो मल त्याग की प्रक्रिया को आसान बनाते हैं। बच्चों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक लगभग सभी के लिए यह सेहतमंद होता है। गर्भवती महिलाओं द्वारा भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
आयुर्वेद डॉक्टर बताती हैं कि दूध का सेवन पित्त प्रकृति के लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके लाभों को प्राप्त करने के लिए सोते समय एक गिलास गर्म दूध ही काफी होता है।
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