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सर्दियों के मौसम में खाए ज्वार-बाजरे की रोटी, जानिए इसके फायदे

Tara Tandi
4 Jan 2022 5:39 AM GMT
सर्दियों के मौसम में खाए ज्वार-बाजरे की रोटी, जानिए इसके फायदे
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हिंदुस्तान में हेल्दी डाइट यानी देशी सुपरफूड के नाम से मशहूर रहे मोटे अनाज को मिलाकर बने आटे की रोटियां खाने का चलन बढ़ा है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जाड़ों के मौसम में खाने पीने के शौकीन हेल्दी डाइट (Healthy Diet) लेना पसंद करते हैं. हिंदुस्तान में हेल्दी डाइट यानी देशी सुपरफूड के नाम से मशहूर रहे मोटे अनाज को मिलाकर बने आटे की रोटियां खाने का चलन बढ़ा है.

मक्के की रोटी और सरसों का साग तो पहले भी बहुतायत में मिल जाता था लेकिन आज ज्वार-बाजरे की रोटियों (Jowar Bajra Roti) को खाने वालों की तादाद बढ़ी है. आखिर क्या राज है इसका और ऐसी खास रोटियों को कैसे आसानी से घर में ही बना सकते हैं आइए बताते हैं.
​किन चीजों की जरूरत है?
इस रेसिपी के लिए आपको चाहिए आधा कप ज्‍वार का आटा, आधा कप बाजरे का आटा, आधा कप बारीक कटी हुई स्प्रिंग अनियन, एक चम्‍मच कटी हुई हरी मिर्च, आधा चम्‍मच लाल मिर्च पाउडर, एक चौथाई चम्‍मच हल्‍दी पाउडर, आधा चम्‍मच धनिया पाउडर, आधा चम्‍मच जीरे का पाउडर, एक चम्‍मच तेल, नमक स्‍वादानुसार और ढाई चम्‍मच तेल.
रोटी बनाने का तरीका
इस न्‍यूट्रिशनल रोटी को बनाने का तरीका भी आपको फटाफट बता देते हैं. इसके लिए सबसे पहले एक बर्तन में सभी चीजों को डालकर गुनगुने पानी से आटा मांड लें. इसे 10 मिनट के लिए कपड़े से ढ़क कर रख दें. इस आटे की 5 या 10 (परिवार के सदस्यों के हिसाब से जितनी जरूरत हो) एक बराबर लोई बना लें. इस लोई से रोटी बेल लें और रोटी को गर्म तवे पर डालें. एक तरफ से थोड़ा सिकने पर रोटी को पलटें और उस पर हल्का सा घी लगाएं. फिर रोटी को पलटें और इस तरफ भी एकदम जरा सा तेल लगाएं. फिर दोनों तरफ से उस रोटी को सेक लें. इसी तरह सारी रोटियां बना लें.
​बाजरे की इस रोटी खाने के फायदे
इसमें थोड़ा ज्वार मिला दें तो सोने पर सुहागा हो जाता है. ज्वार और बाजरे के कॉम्बो वाली इस रोटी में उच्‍च मात्रा में फाइबर होता है. जो आपका वजन बढ़ने से रोकने के साथ-साथ कब्‍ज से भी बचाता है. वहीं स्‍प्रिंग अनियन में सल्‍फर नामक यौगिक होता है जो ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के साथ हार्ट को भी हेल्‍दी रखता है. इस रोटी में आयरन भी होता है जिससे प्रेगनेंट महिला के शिशु के विकास में भी मदद मिलती है. यानी प्रेग्‍नेंसी में एनीमिया से बचाव होता है.
क्यों कहते हैं इसे सुपर फूड?
ज्‍वार और बाजरे की इस रोटी में 2.2 ग्राम प्रोटीन, 13.9 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2.2 ग्राम फाइबर, 4.1 ग्राम फैट और 2 मिलीग्राम सोडियम होता है. किसी भी शख्स के लिए ये सभी पोषक तत्‍व बहुत जरूरी होते हैं. इस सुपरफूड में सेहत से जुड़ा ऐसा खजाना छिपा है जो आपको अंदर से मजबूत बनाता है इसलिए आप सभी को जल्द से जल्द इस हेल्‍दी रोटी को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.
आप इस रोटी को दही के साथ नाश्‍ते या लंच यहां तक कि डिनर में भी खा सकते हैं.
बढ़ रहा है मोटे अनाज का चलन
आटे की बजाय मोटे अनाज की रोटियां खाने का चलन हिंदुस्तान में बीते कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है. खेती और किसानी के जानकार सदियों से मोटा अनाज खाते आए हैं. आज ज्वार, बाजरा, मक्का, लोबिया और चना जैसे कई अनाजों को मिलाकर बना नवजवा आटा भी बाजार में मौजूद है. यानी इसमें छिपे सेहत के खजाने की वजह से ऐसा खाना प्लेटों में लौट आया है. जिन्हें कुछ वक्त पहले तक बिल्कुल भुला दिया गया था.
इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉप सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स की डायरेक्टर जनरल डॉ. जैकलीन का कहना है कि मोटे अनाज को खेत में और प्लेट में वापस लाने के लिए और इस पर लगे 'भूली हुई फसल' के टैग को हटाने के लिए ठोस वैश्विक प्रयास की ज़रूरत है.


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