लाइफ स्टाइल

प्रेग्नेंसी के time न करें इन 8 चीज़ों का सेवन

Tara Tandi
31 March 2021 1:17 PM GMT
प्रेग्नेंसी के time न करें इन 8 चीज़ों का सेवन
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सेहतमंद ज़िंदगी के लिए एक संतुलित आहार लेना बेहद ज़रूरी है, ये और भी ज़रूरी तब हो जाता है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | सेहतमंद ज़िंदगी के लिए एक संतुलित आहार लेना बेहद ज़रूरी है, ये और भी ज़रूरी तब हो जाता है जब आप गर्भवती हों। ऐसे कई ज़रूरी पोषक तत्व, विटामिन और खनिज हैं, जो आपके बच्चे के विकास के लिए बेहद ज़रूरी होते हैं।

ज़्यादातर खाद्य पदार्थ सुरक्षित होते हैं, लेकिन फिर भी कुछ ऐसी चीज़ें हैं जिन्हें प्रेग्नेंसी के दौरान नहीं खाना चाहिए। ऐसी कुछ खाने की चीज़ें हैं, जिन्हें अगर प्रेग्नेंसी के दौरान खाया गया तो वह आपको या फिर आपके होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती हैं। जब आप गर्भवती हों, तो क्या खा रही हैं इसके बारे में पढ़ें, जानकारी लें, कि वह आपके लिए कितना फायदेमंद या नुकसानदायक हो सकता है।
मूल रूप से, बैक्टीरिया युक्त खाद्य पदार्थों से बचना ज़रूरी है, जो आपमें और आपके नवजात शिशु में संक्रमण या स्टिलबर्थ जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
1. प्रेग्नेंसी के दौरान शराब का सेवन न करें। शराब पीने से वक्त से पहले डिलिवरी, बौद्धिक विकलांगता, जन्म के समय डिफेक्ट और बच्चे का वज़न कम होना, जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
2. पहले ट्राइमिस्टर के दौरान कैफीन का सेवन भी न करें। इससे मिसकैरिज होने की संभावना भी कम हो जाती है। एक सामान्य नियम के रूप में, गर्भावस्था के दौरान कैफीन 200 मिलीग्राम प्रति दिन से कम तक सीमित होना चाहिए। कैफीन एक मूत्रवर्धक है, जिसका मतलब है कि यह शरीर से तरल पदार्थ को ख़त्म करने में मदद करता है। जिसकी वजह से शरीर में पानी और कैल्शियम की कम हो सकती है। इसलिए ज़रूरी है कि कैफीन की जगह ज़्यादा से ज़्यादा पानी, जूस और दूध पिएं। कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि कैफीन के सेवन से गर्भपात, समय से पहले जन्म, जन्म के समय कम वजन जैसी दिक्कतें आती हैं।
3. गर्भावस्था के दौरान सैकरीन का उपयोग ग़लती से भी नहीं करना चाहिए क्योंकि यह नाल को पार कर सकता है और भ्रूण के ऊतकों में रह सकता है
4. आप रोज़ाना कुल जितनी वसा लेते हैं, उसमें से 30 प्रतिशत कैलोरी को घटा दें। प्रतिदिन 2000 कैलोरी खाने वाले व्यक्ति के लिए, 65 ग्राम वसा या उससे कम हो जाएगी।
5. प्रति दिन 300 मिलीग्राम या उससे कम कोलेस्ट्रॉल लें।
6. ऐसी मछली न खाएं जिनमें मरकरी की मात्रा अधिक हो। पारा के सेवन से गर्भावस्था के दौरान; बच्चे का धीमा विकास और मस्तिष्क से जुड़ी दिक्कते देखी गई हैं।
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7. समुद्री खाने और मुर्गी को अच्छी तरह पका कर ही खाएं, क्योंकि इसे अधपका खाने से कोलीफॉर्म बैक्टीरिया के साथ टोक्सोप्लाज़मोसिज़ और साल्मोनेला का भी ख़तरा बढ़ जाता है।
8. सब्ज़ियों को अक्सर सुरक्षित माना जाता है और ये संतुलित आहार के लिए ज़रूरी भी हैं। हालांकि, इसे पकाने से पहले सुनिश्चित करें कि इसे अच्छी तरह धोया गया हो ताकि टैक्सोप्लाज़मोसिज़ से बचा जा सके। टोक्सोप्लाज़मोसिज़ उस मिट्टी को दूषित कर सकता है, जहां ये सब्जियां उगाई गई थीं।


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