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बच्‍चों के लिए पोषक तत्‍व से भरपूर है खजूर, मिलेंगे दोगुने फायदे

Deepa Sahu
20 Nov 2020 2:54 PM GMT
बच्‍चों के लिए पोषक तत्‍व से भरपूर है खजूर, मिलेंगे दोगुने फायदे
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बच्‍चों के लिए पोषक तत्‍व से भरपूर है खजूर, मिलेंगे दोगुने फायदे

खजूर कई पोषक तत्‍वों से युक्‍त होता है और यही वजह है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : खजूर कई पोषक तत्‍वों से युक्‍त होता है और यही वजह है कि बच्‍चों की डाइट में इसे शामिल करने पर जोर दिया जाता है। खजूर के पोषक तत्‍वों से आपके बच्‍चे को कई तरह के लाभ मिल सकते हैं जिनमें से कुछ फायदों के बारे में यहां बताया जा रहा है।

खजूर के पोषक तत्‍व

खजूर में प्रचुर एनर्जी होती है और ठोस आहार शुरू करने के बाद प्‍यूरी के रूप में आप बच्‍चे को खजूर दे सकती हैं। यह आयरन, कैल्शियम, सोडियम, फास्‍फोरस, मैग्‍नीशियम, पोटैशियम और जिंक जैसे खनिज पदार्थ होते हैं। इसके अलावा खजूर में थायमिन, राइबोफ्लेविन, नाइनिस, फोलिक एसिड, विटामिन ए, बी6 और विटामिन के भी होता है।

इसके अलावा खजूर शुगर और फाइबर का भी बढ़िया स्रोत है। इसमें फ्रूक्‍टोज और डेक्‍सट्रोज नामक सिंपल शुगर होती है जिससे तुरंत एनर्जी मिलती है। ये पोषक तत्‍व गर्भस्‍थ शिशु के विकास में मदद करते हैं और ब्रेस्‍ट मिल्‍क भी बनाते हैं।

एक साल से अधिक उम्र के बच्‍चों को पोहे में इस तरह मिलाकर खिलाएं बादाम

इस हेल्‍दी रेसिपी को बनाने के लिए आपको तीन खजूर कटे हुए, तीन बादाम, 5 से 6 किशमिश और ¼ कटोरी पोहा चाहिए होगा। अब आगे जानते हैं कि इस हेल्‍दी पोहे को बनाने की विधि क्‍या है?

इस हेल्‍दी रेसिपी को बनाने के लिए नीचे बताए गए टिप्‍स फॉलो करें -

तीन खजूर लें और उन्‍हें छोटा-छोटा काट लें।तीन बादाम और 5 से 6 किशमिश लें।एक कांच की कटोरी लें और उसमें इन तीनों चीजों को डालकर अच्छी तरह से धो लें।इसके बाद इन्‍हें लगभग 6 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें।एक कटोरी में ¼ कटोरी पोहा डालें और 10 मिनट के लिए पानी में भिगोकर रख दें।

इसके बाद भीगे हुए पोहे में से पानी निकालकर मिक्सर में डालें।अब खजूर, बादाम और किशमिश भी डालें और सब चीजों को एक साथ अच्छे से पीस लें।इतने एक पैन को गैस पर गर्म करने के लिए रखें।अब तैयार किए मिश्रण को मिक्सी से निकालकर पैन में डाल दें और ½ कप दूध मिलाएं।फिर पैन को धीमी आंच पर रखकर 4 से 5 मिनट तक पकाएं। इसके बाद गैस बंद कर दें और ठंडा होने पर बच्चे को खिलाएं।

खजूर में बहुत से पोषक तत्व होते हैं जो उनके विकास के लिए बहुत जरूरी माने जाते हैं। इसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम की प्रचुर मात्रा होती है जो आपके बच्चे की हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। खजूर में पोटैशियम भी होता है जो दिमाग को तेज करता है। इसके अलावा खजूर खजूर बच्‍चों के दांतों और मसूड़ों को भी मजबूत करता है।

खजूर में पर्याप्त मात्रा में फाइबर मौजूद होता है जो बच्चों को कब्ज से बचाता है। बच्चे हमेशा खाना खाने में आनाकानी करते हैं जिससे उनका वजन नहीं बढ़ पाता है। यदि आप रोजाना दूध के साथ खजूर बच्चे को दें तो इससे वजन बढ़ने में मदद मिलती है।

बादाम बच्‍चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का कार्य करते हैं। बादाम में कैल्शियम, फास्फोरस और बहुत से मिनरल्स होते हैं जो बच्चों की हड्डियों और मांसपेशियों के विकास के लिए बहुत आवश्यक होते हैं।

बादाम में विटामिन ई, ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होते हैं। ये पोषक तत्‍व बच्चों और वयस्कों के बालों और त्वचा को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं। यदि आप बच्चों को बादाम रोजाना दें तो इससे उनमें दिल की बीमारी को रोका जा सकता है।

शिशु को कब खिलाएं खजूर

छह महीने के होने के बाद आप ठोस आहार शुरू करने पर आप खजूर खिला सकते हैं। शिशु की डाइट में खजूर काे धीरे-धीरे शामिल करें और इसे मैश या प्‍यूरी के रूप में ही दें। शिशु को कोई भी नई चीज खिलाने के बाद तीन दिन इंतजार करना चाहिए कि कहीं बच्‍चे को इससे कोई एलर्जी तो नहीं है।

शिशु के लिए खजूर के फायदे

खजूर निम्‍न तरीके से शिशु के विकास में मदद कर सकते हैं :

पोटैशियम मस्तिष्‍क के विकास में मदद करता है और खजूर में प्रचुरता से यह पोषक तत्‍व पाया जाता है।

खजूर पेट के कीड़ों को साफ करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा खजूर लिवर के लिए भी हेल्‍दी होता है। बच्‍चों को वायरल और बैक्‍टीरियल इंफेक्‍शन का खतरा ज्‍यादा रहता है जिसका सीधा असर लिवर पर पड़ता है।

कुछ बच्‍चों को एसिडिटी और अल्‍सर की दिक्‍कत हो सकती है। खजूर में ऐसे गुण होते हैं जो इन दो समस्‍याओं के लक्षणाें को कम करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, पेट में अल्‍सर होने की स्थिति में डॉक्‍टर से पूछने के बाद ही बच्‍चे को खजूर खिलाएं।

जब बच्‍चे के दांत निकल रहे हों तो उसे खजूर जरूर खिलाएं। ये मसूड़ों को मजबूत करता है और दांतों को तेजी से बढ़ने में मदद करता है।

बुखार या चेचक होने पर खजूर जल्‍दी रिकवर करने में सहायक होते हैं। खजूर में उच्‍च मात्रा में डायट्री फाइबर होते हैं जिससे बच्‍चों में कब्‍ज की समस्‍या नहीं होती है।

खजूर में आयरन प्रचुर मात्रा में होता है जिससे शिशु के शरीर में लाल रक्‍त कोशिकाओं में हीमोग्‍लोबिन काउंट बढ़ता है। इससे बच्‍चों के बाल बढ़ते हैं और स्किन को पोषण मिलता है।

बच्‍चों को दिनभर रखना है एनर्जी से भरपूर तो नाश्‍ते में बनाकर खिलाएं सूजी से बनी ये डिश

इस चीले को बनाने के लिए आपको 2 चम्मच सूजी, 1 कटोरी दही, स्वादानुसार नमक,चुटकी भर हींग,100 ग्राम पनीर या आधा आलू, आधी प्याज, आधी शिमला मिर्च और आधा टमाटर, 1 कप पानी, और देसी घी की जरूरत होगी।

बच्‍चों के लिए हेल्‍दी चीला इस तरह बना सकती हैं :

सबसे पहले 1 कटोरी दही लें।2 चम्मच भीगी हुई सूजी को दही के साथ मिलाएं।अब इस मिश्रण में पनीर या उबले आलू को मैश करके डाल सकती हैं। 2 चुटकी नमक (स्वादानुसार) और चाहें तो हींग भी डाल सकती हैं।थोड़ा-सा पानी डालकर इसका पेस्ट तैयार कर लें।अब इसे दस मिनट के लिए रख दें।

अब इसमें आधी कटी हुई प्याज, टमाटर और शिमला मिर्च डाल दें (और भी सब्जियां डाल सकती हैं)।अब पूरे मिश्रण में थोड़ा-सा पानी डालकर मिलाएं और पेस्ट तैयार करें (ज्यादा पतला पेस्ट न बनाएं)।गैस पर तवा रखें और हल्का गर्म होने दें। फिर गर्म तवे पर 1 चम्मच देसी डालें।घी हल्का गर्म होने पर तवे पर पेस्ट डालें और गोल-गोल फैलाएं।इसे धीमी आंच पर पकने दें और फिर पलट कर दूसरी तरफ से सेकें।सूजी का चीला तैयार है। आप सूजी का चीला दही के साथ या लाल चटनी और पुदीने की चटनी (बिना मिर्च वाली) के साथ दे सकती हैं।

एक दिन में कितने खजूर खाने चाहिए

शुरुआत में अन्‍य किसी फल के साथ बच्‍चे को सिर्फ एक खजूर खिलाएं। आप खजूर को अन्‍य फलों के मैश करके स्‍टीम करके खिला सकते हैं। एक दिन में एक खजूर खिलाएं और फिर धीरे-धीरे एक दिन में दो या तीन खजूर खिलाएं।

खजूर कैसे खिलाएं

आप बच्‍चे काे मैश करके या स्‍टीम करके खजूर खिलाएं। खजूर को उबालकर न खिलाएं क्‍योंकि इससे खजूर के पोषक तत्‍व खत्‍म हो सकते हैं। बच्‍चे को कच्‍चे खजूर तभी दें, जब उसके दांत आ जाएं और वो चबाने लगे। आप शिशु को प्‍यूरी बनाकर ही खजूर दें।

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