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लाइफ स्टाइल
इन जूस का सेवन करेगा आपकी कब्ज का अंत, मजबूत होगी पाचन प्रक्रिया
Kajal Dubey
2 July 2023 2:29 PM GMT
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मां बनना किसी भी स्त्री के लिए किसी दूसरे जन्म से कम नहीं है। बच्चे को जन्म देना महिला के लिए एक ऐसा अनुभव होता है जिसे केवल महिला ही महसूस कर सकती है। महिलाओं के लिए डिलीवरी के बाद का समय काफी महत्वपूर्ण होता है। डिलीवरी के बाद महिला का शरीर बहुत ज्यादा कमजोर हो जाता है। क्योंकि लगातार ब्लीडिंग, पेट पर लगे टाँके, बॉडी में दर्द के कारण महिला बहुत ज्यादा दिक्कत का अनुभव करती है। इसलिए डिलीवरी के बाद महिलाओं को डाइट का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आहार के जरिए ही महिला का शरीर जल्दी रिकवर होता है और उसकी कमजोरी भी दूर होती है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे आहार के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिन्हें डाइट में शामिल कर शरीर को ताकत दी जा सकती हैं। आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
अखरोट
अखरोट में एंटीऑक्सिडेंट, प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक बड़ा स्रोत होता हैं, साथ ही अखरोट हृदय और मस्तिष्क के लिए भी सेहतमंद माना जाता हैं। एक नई माँ के लिए अखरोट खाना सबसे अच्छे प्रकार के नट्स में से एक हैं। अखरोट को रातभर भिगोकर रख दें और सुबह उठकर खाएं। यह काफी फायदेमंद होता है। सुबह खाली पेट भीगे हुए अखरोट खाने से आप कई बीमारियों से बच सकती हैं।
देसी घी
प्रसव के बाद देसी घी का सेवन भी महिला के लिए बहुत फायदेमंद होता है। क्योंकि देसी घी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। महिला रोटी पर लगाकर, हलवा बनाकर, सब्जियों में डालकर व् अन्य तरीको से घी का सेवन कर सकती है। नोर्मल डिलीवरी तुरंत बाद से ही महिला घी का सेवन शुरू कर सकती है लेकिन सिजेरियन डिलीवरी होने पर और नोर्मल डिलीवरी के दौरान टाँके आने पर महिला को एक बार डॉक्टर से राय लेने के बाद ही घी का सेवन शुरू करना चाहिए।
खसखस के लड्डू
डिलीवरी के बाद शरीर में दर्द और सूजन की शिकायत रहती है तो आप खसखस का लड्डू घर में बनाकर खाएं। इसके सेवन से भी मांसपेशियों का दर्द दूर होता है और शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है। डिलीवरी के बाद खसखस के लड्डू, खसखस का सूप, खसखस का हलवा या इसे दूसरी चीजों में मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है।
xओट्स
प्रसव के बाद अगर आप अपनी डाइट में ऐसी चीजों को सेवन करना चाहती हैं, जो एनर्जी बूस्ट करे, तो ऐसे में आप ओट्स को अपने आहार का हिस्सा अवश्य बनाएं। आप इसे नाश्ते में खा सकती हैं। ओट्स जैसे होल ग्रेन फूड धीमी गति से रिलीज होने वाले कार्ब्स होते हैं, जो आपकी ऊर्जा के स्तर को स्थिर रखते हैं। इतना ही नहीं, ओट्स में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं और यह शरीर में आवश्यक आयरन के स्तर को बनाए रखने में मददगार है। साथ ही, ओट्स आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भी भरपूर होते हैं।
गोंद के लड्डू
यह मां के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है। इन दिनों मां अंदर से कमजोरी होती है। गोंद के लड्डू मां को ताकत देते हैं। इसके साथ ही मां को स्तनपान कराना होता है। गोंद के लड्डू खाने से मां का दूध बढ़ता है, जिससे बच्चे को दूध की कमी नहीं होती है। आप रोजाना एक लड्डू दूध के साथ खाएं।
सेब
ये फल 12 महीने बाज़ार में उपलब्ध रहता है। ऐसे में अगर आप बहुत कमज़ोरी महसूस कर रही हैं, तो आपको तुरंत सेब खाना चाहिए। सेब खाने से शरीर में तुरंत ऊर्जा आती है। इसके अलावा, इसमें पर्याप्त एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं। जो आपको कई और बीमारियों से बचाने का काम भी करता है। इसके साथ ही, यह आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
सौंफ का पानी
प्रसव के बाद डाइजेशन की समस्या रहती है और पेट में गैस बनना, कब्ज जैसी समस्या हो सकती है। पेट में जलन आदि भी रहती है। ऐसे में अगर रोज एक गिलास पानी में 1 चम्मच सौंफ को उबालकर इसे पिया जाए तो काफी राहत रहती है।
हरिरा
हर क्षेत्र में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। यह ड्राई फ्रूट्स, अदरक और आटे जैसी चीजें मिलाकर बनाया जाता है। इसे गर्म-गर्म खाया जाता है। डिलीवरी के बाद सवा महीने इसे जरूर खाना चाहिए। यह मां को रिकवर करने में मदद करता है। इसके सेवन से मां का दूध अच्छा आता है और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए भी यह काफी लाभकारी होता है।
अजवाइन का पराठा
डिलीवरी के बाद अजवाइन खाने से पेट की समस्या दूर रहती है और दर्द कम होता है। इसमें हीलिंग प्रॉपर्टीज होती हैं जो शरीर को अंदर से हील करने में मदद करती है। इसके अलावा गेंहू के आटे और अजवाइन में खूब फाइबर होता है जो पाचनक्रिया दुरुस्त रखने का काम भी करता है।
मूंग-मसूर की दाल
छिलके वाली मसूर की दाल स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है। खासकर डिलीवरी के बाद महिला को यह जरूर खानी चाहिए, क्योंकि यह आसानी से पच जाती है। इसमें फाइबर होता है, जो कि मां को कब्ज होने से बचाए रखता है। इसे खाने से न तो मां को दिक्कत होती और न ही शिशु को कोई परेशानी होती है। इसके विपरीत यह दाल खाने से मां का दूध बनता है, जो बच्चे के लिए लाभकारी कब्ज एक सामान्य समस्या है जो हर उम्र के व्यक्ति को प्रभावित करती है। आजकल बदलती जीवनशैली और अनहेल्दी फूड्स के कारण कब्ज की समस्या आम है। कब्ज की समस्या पेट से संबंधित समस्याओं में बेहद कॉमन है जिसकी वजह से व्यक्ति को पेट दर्द, गैस और पाचन तंत्र में गड़बड़ी जैसी कई और परेशानियां भी होने लगती हैं। पेट सुबह के समय सही से खाली ना हो तो दिनभर असहज महसूस होता है। कब्ज से छुटकारा पाने के लिए आपको अपने डाइट पर ध्यान देने की जरूरत है। आज इस कड़ी में हम आपको ऐसे जूस के बारे में बताने जा रहे हैं जो पाचन प्रक्रिया को मजबूत करते हुए आपकी कब्ज का अंत करेंगे। आइये जानते हैं इन जूस के बारे में...
सेब का जूस
सेब में घुलनशील फाइबर और मैलिक एसिड होता है, जो आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके अलावा, सेब का जूस विटामिन ए, सी, ई, के और फोलेट जैसे पोषक तत्वों से भरा होता है। यह कैलोरी और फैट-फ्री है और यह कब्ज से लड़ने में मददगार हो सकता है। आप कब्ज होने पर 1 गिलास सेब का जूस पिएं, ज्यादा सेवन न करें। इसके अलावा, सेब का जूस आपके वजन घटानें और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में भी मदद कर सकता है।
xसंतरे का जूस
संतरे के अंदर भरपूर मात्रा में विटामिन सी मौजूद होता है। इसके अलावा इस जूस में फाइबर और अन्य पोषक तत्वों की भी पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। ये जूस पाचन तंत्र के लिए लाजवाब होता है। विटामिन सी आपके पाचन चक्र को बेहतर बनाने में भी मदद करता है। यदि आप प्रतिदिन संतरे का जूस पीते हैं तो इम्यूनिटी भी मजबूत बनी रहेगी और आप कई अन्य रोगों से भी बचे रह सकते हैं।
तरबूज का जूस
कब्ज में तरबूज का जूस पीना भी एक अच्छा उपाय है। गर्मियों में खासकर तरबूज का सेवन और तरबूज का जूस पीना अच्छा है। यह शरीर की पानी की कमी भी पूरी करता है जिससे शरीर में हाइड्रेशन बना रहता है। साथ ही, पेट साफ होने में मदद मिलती है।
नींबू का रस
नींबू में मौजूद विटामिन-सी और एंटी ऑक्सीडेंट गुण पेट संबंधी समस्या को दूर करने में सहायक साबित हो सकते हैं। कब्ज से राहत पाने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर पी सकते हैं। इससे शरीर में विटामिन-सी की कमी दूर होगी और कब्ज से निजात भी मिल सकता है।
नाशपाती का जूस
कब्ज होने पर आप नाशपाती से तैयार जूस का सेवन करना शुरू कर दें। इसमें सेब के रस की तुलना में चार गुना अधिक सोर्बिटोल होता है। एक्सपर्ट अक्सर उन लोगों या बच्चों को नाशपाती का जूस पीने की सलाह देते हैं, जिन्हें कब्ज की समस्या होती है। नाशपाती के जूस में प्रून जूस की तरह कई तरह के विटामिन नहीं होते हैं, लेकिन इसका स्वाद बच्चे भी खूब पसंद करते हैं।
प्रून जूस
कब्ज होने पर आप प्रून जूस यानि आलूबुखारा का जूस भी पी सकते हैं। यह आपकी कब्ज से लड़ने में मदद करेगा क्योंकि प्रून जूस पोषक तत्वों से भरपूर है और यह पाचन को बढ़ावा देता है। कब्ज से राहत पाने के लिए आप प्रून जूस के साथ सूखे प्रून या आलूबुखारा भी खा सकते हैं। यह जूस आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में भी मददगार होता है। इसमें सोर्बिटोल, मैग्नीशियम और पोटेशियम होते हैं, जो सभी आंत में सुधार करते हैं।
अनानास का जूस
अनानास का जूस पीने में काफी स्वादिष्ट लगता है। इस जूस से शरीर को तुरंत एनर्जी मिल जाती है। इसके अंदर फाइबर, विटामिन सी और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसे पीकर आप गैस, कब्ज आदि समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
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