लाइफ स्टाइल

पढ़ते वक़्त इधर उधर भटकता है बच्चे का ध्यान इसके पीछे होती हैं सिर्फ 3 वजह

Deepa Sahu
12 May 2024 8:27 AM GMT
पढ़ते वक़्त इधर उधर भटकता है बच्चे का ध्यान इसके पीछे होती हैं सिर्फ 3 वजह
x
लाइफस्टाइल: एक सवाल माता पिता के मन में हमेशा रहता है, बच्चे का ध्यान पढ़ाई करते वक़्त इधर उधर क्यों भटकता है। इसके पीछे ना जाने कितनी ही वजह हैं जो एक दुसरे से जुडी हुई हैं। अक्सर ये परेशानी छोटे बच्चों के साथ ही आती है। उनके लिए खेल पर फोकस करना तो बहुत आसान और मज़ेदार होता है पर जब बात पढ़ाई की आती है तो बच्चे ठीक तरह से फोकस नहीं कर पाते हैं। इसकी वजह से उनका होमवर्क या स्कूल में कराया गया काम भी काफी देर में ख़तम होता है। कहीं ना कहीं माता पिता भी बच्चों के इस तरह के व्यवहार के लिए जिम्मेदार हैं, जाने अनजाने हम कुछ ऐसी गलतियां करते हैं जिनकी वजह से बच्चे का ध्यान पढ़ाई से हटने लगता है।
आइये जानते हैं इसके पीछे की वजह क्या है और कैसे इस से छुटकारा पाएं।
मोबाइल फ़ोन या टीवी
जरा सोचिये आप बच्चे को पढ़ने बैठाएं और थोड़ा बहुत समझा कर खुद मोबाइल या टीवी में व्यस्त हो जाएं। अब ऐसे में भला बच्चा कैसे फोकस कर पायेगा। उसे यही लगेगा मम्मी पापा खुद तो मोबाइल और टीवी में बिजी हैं और मुझे पढाई करने को कह दिया। इस तरह बच्चों के मन में पढाई को ले कर नकारात्मकता आएगी। वो चाह कर भी पढाई नहीं कर पाएगा। माता पिता को बच्चों के साथ बैठ कर उन्हें समझा कर और उन पर नज़र रख कर पढ़ाई करवानी चाहिए ताकि बच्चा भी आत्मविश्वास के साथ अपना काम कर पाए। इस तरह उसका काम भी जल्दी हो जाएगा।
डांट लगाना
ििकई बार माता पिता अपने काम के दबाव में आकर बच्चे को जल्दी से जल्दी पढ़ाई करने की सलाह देते हैं और उसका मन ना होने पर भी जबरदस्ती पढ़ने के लिए कहते हैं। आपके डर से बच्चा पढ़ाई करने बैठ तो जाएगा पर उसका मन नहीं लगेगा और वो अपना काम भी ठीक तरह से नहीं कर पाएगा। डर की वजह से उसका ध्यान भटकता रहेगा। इस तरह आप दोनों का समय बर्बाद होगा और नतीजा भी कुछ नहीं निकलेगा। बच्चों को दबाव में ले कर पढ़ाई न करवाए, पहले उनसे उनकी दिनचर्या के बारे में पूछें और फिर पढ़ाई करने की सलाह दें, साथ ही उन्हें विशवास दिलाये आप उनके साथ हैं कोई भी परेशानी होने पर वो आपकी मदद ले सकते हैं।
लापरवाही ना करें
बच्चे का ध्यान भटकने का सबसे बड़ा कारण होता है समय का तय ना होना। कई बार छुट्टी वाले दिन बच्चों को बस खेलने की आज़ादी देकर हम सोचते हैं एक दिन में क्या हो जाएगा। बेशक एक दिन पढ़ाई ना करने पर बच्चे का बहुत ज्यादा नुक्सान तो नहीं होगा। पर ऐसे में बच्चे को लगने लगेगा छुट्टी ही बेहतर है कम से कम पढ़ाई तो नहीं करनी होगी। इस तरह माता पिता की लापरवाही से बच्चा अगले दिन स्कूल में या घर पर भी पढ़ने से कतराने लगता है। ऐसा न हो इसके लिए माता पिता को एक टाइम टेबल बनाना चाहिए ताकि छुट्टी वाले दिन भी बच्चा हर विषय की पढ़ाई मन लगा कर करे।
Next Story