- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- सावधान: 17-30 की उम्र...
सावधान: 17-30 की उम्र में अगर बढ़ गया है बहुत अधिक वजन तो इस गंभीर रोग का हो सकता है खतरा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | चाय हम सभी के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा जैसे है, यह न सिर्फ काम के थकान को कम करती है साथ ही आपको एनर्जेटिक महसूस कराने में भी मददगार हो सकती है। पर क्या आप जानते हैं कि चाय हमें कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचान में भी लाभकारी हो सकती है? कुछ अध्ययनों में यहां तक कहा गया है कि नियमित रूप से चाय का सेवन करने वाले लोगों में टाइप-2 डायबिटीज से लेकर पार्किंसंस-कैंसर जैसी बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है।
हम जो चाय पीते हैं वो पत्तियों के फर्मेंटेशन से तैयार की जाती है, इसकी जगह छोटा सा बदलाव करके अगर हम एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त चाय का सेवन शुरू कर दें तो इसके कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि एंटीऑक्सीडेंट युक्त चाय का सेवन करने से कई क्रोनिक बीमारियों के विकास के जोखिम को कम किया जा सकता है।वजन बढ़ना मौजूदा समय की सबसे गंभीर समस्याओं में से एक है, इसे स्वास्थ्य विशेषज्ञ कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों का प्रमुख कारण मानते आ रहे हैं। हृदय रोगों से लेकर डायबिटीज और जोड़ों की समस्याओं तक, अधिक वजन पूरे शरीर के लिए दिक्कतें बढ़ाने वाली मानी जाती है। वहीं अगर कम उम्र से ही आप मोटापे के शिकार हो गए हैं तो ये आपके लिए और भी बड़ी समस्याओं का कारण हो सकती है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि 17-30 की आयु में अगर आपका वजन बढ़ गया है तो यह कई प्रकार की जानलेवा समस्याओं का कारण बन सकती है, पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा इसमें सबसे प्रमुख है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी लोगों को निरंतर अपने वजन को कंट्रोल में रखने का प्रयास करते रहना चाहिए। एक स्वीडिश अध्ययन के अनुसार, 30 वर्ष की आयु तक बहुत अधिक वजन वाले पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के आक्रामक रूप लेने और इससे मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। गौरतलब है कि प्रोस्टेट कैंसर, पुरुषों में होने वाला सबसे आम और घातक कैंसर है जिसके कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। यूरोपियन कांग्रेस ऑन ओबेसिटी 2023 में प्रस्तुत ओबेसिटी एंड डिजीज डेवलपमेंट स्वीडन की स्टडी में शोधकर्ताओं ने इस जोखिम के बारे में जानकारी दी है। इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 258,477 पुरुषों के डेटा का विश्लेषण किया, जिनका 17 से 30 वर्ष की आयु के बीच वजन सामान्य से अधिक था। जिन पुरुषों ने प्रतिवर्ष 1 पाउंड (करीब 450 ग्राम) या इससे अधिक वजन बढ़ाया उनमें स्थिर वजन वाले लोगों की तुलना में, आक्रामक प्रोस्टेट कैंसर होने का जोखिम 10 फीसदी अधिक और प्रोस्टेट कैंसर के कारण मृत्य का खतरा 29 फीसदी अधिक पाया गया।