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हड्डियों को मज़बूत बनाता है छाछ

Kajal Dubey
16 Jun 2023 4:05 PM GMT
हड्डियों को मज़बूत बनाता है छाछ
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अगर आपको ठंडे पदार्थों से परहेज़ ना हो तो रोजाना दोपहर के खाने के समय छाछ ज़रूर लें. यह सुझाव सीधे तौर पर आपको इसलिए दिया जा रहा है कि इससे आपको सेहत से जुड़े कई फ़ायदे मिलेंगे. ऐंटी-बैक्टीरियल और प्रोबायोटिक गुणों के कारण छाछ पेट के लिए तो लाभदायक है ही, साथ ही इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मज़बूत बनाता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस नामक बीमारी से भी बचाव होता है.
क्या है ऑस्टियोपोरोसिस?
ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों की एक बीमारी है, जिसमें हड्डियों का घनत्व कम होने की वजह से फ्रैक्चर का ख़तरा बढ़ जाता है. यह परेशानी आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होती है, लेकिन इसका पता हमें तब लगता है, जब मामूली-सी चोट पर हड्डी टूट जाती है.
ऑस्टियोपोरोसिस का कारण व बचाव
इस समस्या का मुख्य कारण है कैल्शियम और विटामिन डी की कमी. कई बार यह अन्य कारणों से भी होता है. हड्डियों को मज़बूत रखने के लिए कैल्शियम युक्त खानपान को सेवन करें और अगर सुबह की धूप लेना बिल्कुल ना भूलें. हल्का व्यायाम करें.
छाछ को बनाएं अपना साथी
ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या को कम करने के अलावा छाछ को आप कई और तरह की बीमारियों से बचने के लिए अपना साथी बना सकते हैं. बायोऐक्टिव प्रोटीन से भरपूर छाछ शरीर में कोलेस्टेरॉल के लेवल को नीचे लाने में मदद करता है. दिल संबंधित बीमारियों से बचाता है और ब्लड सर्कुलेशन को कंट्रोल करता है. यह प्राकृतिक ऐंटी-बैक्टीरियल और ऐंटी-कॉर्सिनोजेनिक होता है, जिससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के ख़तरे को भी कम किया जा सकता है.
वज़न पर भी पाएं क़ाबू
छाछ में फ़ैट काफ़ी कम मात्रा होता है, जिसकी वजह से कैलोरी भी कम होती है. अगर आप रोज़ाना दोपहर के खाने के बाद छाछ का सेवन करते हैं, तो इससे वजन को क़ाबू करने में भी मदद मिलती है. छाछ एक तरह से फ़ैट बर्नर का काम करता है.
अधिक स्वाद और फ़ायदे के लिए छाछ में ये मिलाएं
काला नमक व अजवाइन
काला नमक औ अजवाइन पेट के लिए लाभकारी होते हैं. काला नमक पाचन क्रिया को सुधारता है वहीं अजवाइन एसिडिटी से राहत दिलाने में मदद करती है. आप अजवाइन और काला नमक को एक साथ पीसकर पाउडर बना लें और उसे छाछ में मिलाकर पिएं.
काली मिर्च
काली मिर्च अपने आप में बहुत गुणवान होती है. यह कई तरह के बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करती है, खासकर संक्रमण वाली बीमारियों से. काली मिर्च पाउडर को काले नमक के साथ पीसकर रख लें और उसे छाछ में मिलाकर पिएं. इससे गले और फेफड़ों का संक्रमण कम होता है.
पुदीना
पुदीना को एसिडिटी का रामबाण इलाज माना जाता है. अगर आप एसिडिटी से परेशान रहते हैं, तो पुदीने का पाउडर या फिर पुदीने की हरी पत्तियों को पीसकर छाछ मिलाकर सेवन कर सकते हैं.
कब अधिक फ़ायदेमंद साबित होगा
छाछ के सेवन का आदर्श समय दोपहर के खाने के या खाने के कुछ समय बाद ही माना जाता है. आप इसे सुबह के नाश्ते के समय भी पी सकते हैं. अगर मौसम ठंडा नहीं है तो आप अपने मन मुताबिक़ इसका सेवन कर सकते हैं. लेकिन आयुर्वेद में रात के समय ठंडी चीज़ों से परहेज़ के लिए कहा जाता है.
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