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नसों की ब्लॉकेज बनती हैं हार्ट अटैक का कारण, इन उपायों से दूर करें यह समस्या

SANTOSI TANDI
17 Sep 2023 9:28 AM GMT
नसों की ब्लॉकेज बनती हैं हार्ट अटैक का कारण, इन उपायों से दूर करें यह समस्या
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इन उपायों से दूर करें यह समस्या
नसें हमारे शरीर के जरूरी अंग होते हैं। नसें पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेट करने का काम करते हैं। ऐसे में नसों का हेल्दी रहना बहुत जरूरी होता है। अक्सर लोगों को शरीर में दर्द, अंगों में फड़कन, सांस फूलने और हाथ-पैर सुन्न पड़ने की शिकायत रहती है जिसका कारण होता है ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट जो नसों में ब्लॉकेज की समस्या को दर्शाते हैं। नसों में ब्लॉकेज उस हद तक खतरनाक साबित हो सकती है कि व्यक्ति को हृदय रोगों की गिरफ्त में ले आये। जब हृदय तक रक्त पहुंचाने वाली धमनियां प्लैग से भर जाती हैं, तो ये संकरी हो जाती हैं। इससे रक्त वाहिकाओं के फंक्शन में रुकावट आ जाती है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर नसों के ब्लॉकेज की समस्या को दूर किया जा सकता हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...
बादाम
बादाम की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसको सही तरीके से खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। नसों की ब्लॉकेज दूर करने के साथ-साथ बादाम का सेवन पेट दर्द और कब्ज जैसी परेशानी से भी निजात दिलाता है। अगर हर रोज़ आप सुबह खाली पेट 5 से 10 भीगे बादाम खाते हैं तो यह आपकी नसों की ब्लॉकेज जैसी समस्या दूर कर देता है। साथ ही, बादाम खाने से सोचने और समझने की क्षमता भी बढ़ जाती है। बादाम के साथ-साथ आप इसमें अखरोट की 4 गिरी और किशमिश भी खा सकते हैं।
हल्दी वाला दूध
हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन नामक तत्व, एक एंटी इन्फ्लमेट्री तत्व है। सूजन या धमनियों के सख्त होने का एक प्रमुख कारण है। हल्दी धमनियों में ब्लड क्लॉट और प्लैग के निर्माण को रोकती है। हल्दी में विटामिन बी 6 भी होता है, जो होमोसिस्टीन के स्वस्थ स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। हल्दी नमकीन से लेकर मीठे व्यंजनों में इस्तेमाल की जाती है। नियमित रूप से एक गिलास गर्म हल्दी वाला दूध पीना शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
अदरक
अदरक में एंटी इंफ्लेमेटरी और हाइपोलिपिडेमिक तत्व पाए जाते हैं जो हृदय संबंधित रोगों को दूर करने में सहायक होते हैं। यह तत्व रक्त संचार में भी सहायक होते हैं साथ ही धमनियों में रुकावट जैसी समस्या से भी राहत पहुंचाने का काम करते हैं। हार्ट ब्लॉकेज की समस्या में अदरक का इस्तेमाल आपके लिए उपयोगी हो सकता है। अदरक के टुकड़े को एक कप पानी में थोड़ी देर डालकर उबालें। ठंडा हो जाने पर छानकर इसका सेवन करें।
तुलसी
तुलसी को दवा के रूप में हर घर में इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी में तनाव दूर करने वाले गुण पाए जाते हैं। इसके एंटी-ऑक्सीडेंट प्रभाव से दिल से जुड़ी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। यदि आप तुलसी का इस्तेमाल करते हैं तो आप हार्ट अटैक जैसी समस्या से अपना बचाव कर सकते हैं। एक कप पानी में तुलसी के पत्तों को उबालें, फिर उसमें शहद और नींबू का रस मिक्स कर दें। थोड़ा ठंडा होने के बाद इस पानी को पीएं।
अनार
हार्ट ब्लॉकेज की परेशानी को दूर करने के लिए आप अनार का प्रयोग कर सकते हैं। अनार में फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। यह धमनियों की परत को क्षतिग्रस्त होने से रोक सकता है। अगर आप हार्ट ब्लॉकेज की परेशानी से जूझ रहे हैं तो रोजाना एक कप अनार के रस का सेवन कर सकते हैं। इससे हार्ट ब्लॉकेज की समस्याओं को काफी हद तक कम करने में मदद मिल सकती है।
लहसुन के साथ दूध
नस की ब्लॉकेज के बाद उठने वाला दर्द बेहद तकलीफदायक होता है। इस दर्द से निजात पाने के लिए दूध और लहसुन का सेवन सर्वाधिक उत्तम है। ये सुनने में अजीब ज़रूर है मगर इसके फायदे जबरदस्त होते हैं। दूध और लहसुन खाने से दर्द में जल्द राहत मिलती है और शरीर की बंद नसें खूल जाती हैं।
अर्जुन वृक्ष की छाल
हार्ट से जुड़ी बीमारियों जैसे कि हाई कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, आर्टरी में ब्लॉकेज और कोरोनरी आर्टरी डिज़ीज़ के इलाज में अर्जुन वृक्ष की छाल से फायदा होता है। यह कोलेस्ट्रोल लेवल को नियमित रखता है, और दिल को स्वस्थ बनाता है। इसकी छाल में प्राकृतिक ऑक्सिडाइजिंग होता है। हार्ट अटैक से बचने के उपाय में अर्जुन वृक्ष की छाल का औषधि के रूप में किया जाता है। आप अर्जुन की छाल के प्रयोग के बारे में किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श ले सकते हैं।
अलसी का बीज
हार्ट ब्लॉकेज की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप अलसी की बीजों का प्रयोग कर सकते हैं। इसमें हाई ब्लड प्रेशर और सूजन जैसी परेशानियों को कम करने का गुण होता है। यह अल्फालिनोलेनिक एसिड का काफी अच्छा स्त्रोत है, जिससे हृदय स्वास्थ्य में सुधार लाया जा सकता है। अगर आप हार्ट डिजीज के खतरों को कम करना चाहते हैं, तो अलसी की बीजों का नियमित रूप से सेवन करें।
दालचीनी
एक अध्ययन में पाया गया कि इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल प्रभाव पाए जाते हैं साथ ही यह खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बेहतर बनाता है। यह हृदय तक रक्त प्रवाह को बनाए रखने में भी मदद करता है इसलिए इसे हार्ट ब्लॉकेज का अच्छा घरेलू उपाय माना जाता है। आप दालचीनी के पाउडर को शहद में मिलाकर पेस्ट बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं।
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