अक्सर युवाओं की ये मान्यता होती है कि शॉपिंग तनाव को दूर करने का कारगर उपाय होता है। ऐसे में तनाव को दूर करने के लिए युवाओं में शॉपिग करने की प्रवृत्ति बढ़ी है। कोई शक नहीं कि कई मामलों में शॉपिंग तनाव कम करने का काम करती है, लेकिन अगर ये लत या सनक बन जाए, तो तनाव को कम करने की बजाय बढ़ा भी सकती है।

क्यों होता है शॉपिंग स्ट्रेस बस्टर ?

सामाजिक सरोकार

आखिर शॉपिंग करने से तनाव कम कैसे होता है, पूछने पर मनोवैज्ञानिक अरुण कुमार कहते हैं कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारे पास खुद के लिए समय ही नहीं होता है। धीरे-धीरे हमारा सामाजिक दायरा खत्म सा हो जाता है। शॉपिंग अप्रत्यक्ष रूप से किसी व्यक्ति को समाज से जोड़ती है, ऐसे में लोगों को ऐसा लगने लगता है कि शॉपिंग स्ट्रेस बस्टर है।