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मीट के विकल्प में इस्तेमाल होनेवाले सोया चंक्स के फ़ायदे व नुक़सान

Kiran
27 Jun 2023 12:54 PM GMT
मीट के विकल्प में इस्तेमाल होनेवाले सोया चंक्स के फ़ायदे व नुक़सान
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नॉनवेज़ के शौकीन ना होने के बावजूद आपको मीट टेक्चर वाले फ़ूड्स की क्रेविंग होती है, और उसे खाना पसंद करते हैं, तो सोया नगेट्स या सोया चंक्स एक किफ़ायती और आसानी से मिलनेवाली सामग्रियों में से एक है. इसे मीट की जगह एक बहुत बढ़िया शाकाहारी विकल्प के रूप में देखा जाता है. सोया नगेट्स की एक और अच्छी बात यह है कि इसे वेगन डायट फ़ॉलो करनेवाले लोग भी खा सकते हैं. हालांकि इसे खाने को लेकर यह भी सवाल उठता है कि हम इसका कितना इस्तेमाल कर सकते हैं? आइए हम इससे होनेवाले फ़ायदे और साथ में नुक़सान के बारे भी जान लेते हैं.
शाकाहारी या वेगन डायट फ़ॉलो करने वालों को सोया के इस्तेमाल से अच्छी मात्रा में प्रोटीन मिल जाता है, जिसके बिना उनमें प्रोटीन की कमी भी हो सकती है. इसके अलावा सोया में सभी आवश्यक अमीनो एसिड पाए जाते हैं, जो संपूर्ण रूप से उसे प्रोटीन का एक बढ़िया स्रोत बनाते हैं. एनिमल प्रोटीन स्रोत की तुलना में इसमें कोलेस्टेरॉल का लेवल कम होता है. सोया में फ़ाइबर की भरपूर मात्रा होने के साथ ही इसमें आइसोफ़्लेवॉन्स पाया जाता है. आइसोफ़्लेवॉन्स प्लांट्स से मिलनेवाला कंपाउंड है, जो एस्ट्रोजन जैसा ही प्रभाव डालता है और इसलिए इससे हड्डियों की मज़बूती में मदद मिलती है.
सोया चंक्स में कुछ मात्रा में ओमेगा-3 फ़ैटी एसिड और आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स भी मौजूद होते हैं.
हालांकि सोया चंक्स के नुक़सान की बात करें, तो सच यह है कि यह एक प्रोसेस्ड फ़ूड है, यह अपने शुद्ध रूप एडमेम बीन्स से काफ़ी अलग होता है. सोया चंक्स को तैयार करने के लिए नमक और तेल का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी वजह से उसमें मौजूद पोषक तत्वों में थोड़ी कमी आ जाती है और इसके अलावा अधिक मात्रा में सेवन करने से यह दिल की सेहत को भी नुक़सान पहुंचाता है.
आदर्श रूप से सोया चंक्स का सेवन सप्ताह में एक या दो बार से अधिक नहीं करना चाहिए. सोया एस्ट्रोजन से भरपूर होता है, जो हॉर्मोनल इम्बैलेंस का कारण बन सकता है, ख़ासकर पुरुषों में. इसलिए भले ही सोया नगेट्स प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है फिर भी उसका इस्तेमाल संभलकर करना चाहिए. अगर आप अपनी डायट में अधिक मात्रा में सोया शामिल करना चाहते हैं, तो टोफ़ू और टेम्पेह का विकल्प चुन सकते हैं. इस तरह से आपको प्रोटीन भी मिलता रहेगा और आपको किसी तरह की परेशानी का भी सामना नहीं करना पड़ेगा.
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