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आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए अपनाएं ये घरेलू नुस्खे

Ritisha Jaiswal
4 Jun 2021 1:53 PM GMT
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए अपनाएं ये घरेलू नुस्खे
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मोबाइल, कंप्यूटर का इस्तेमाल करने से बच्चों के साथ-साथ बड़ों की आंखों पर बुरा असर पड़ता है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | मोबाइल, कंप्यूटर का इस्तेमाल करने से बच्चों के साथ-साथ बड़ों की आंखों पर बुरा असर पड़ता है। गैजेट्स से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणें आंखों के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं। बच्चों का स्क्रीन टाइम भी काफी बढ़ गया है। जिससे बच्चों की नजर भी कमजोर हो रही है। इसके साथ ही आंखों में दर्द, जलन, आंखों से पानी आना, सुखापन, आंखों में खुजली जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं कई बार आंखों की रोशनी कम होने की समस्या देखी गई है।

आंखों को हेल्दी रखने के लिए आप कुछ नैचुरल तरीके अपना सकते हैं। स्वामी रामदेव से जानिए कुछ योगासन और आयुर्वेदिक उपाय जिनकी मदद से आंखों से मोटा चश्मा भी हट सकता है।
आंखों को हेल्दी रखने के लिए योगासन
शीर्षासन
चेहरे की झुर्रियां गायब हो जाती हैं
त्वचा मुलायम और खूबसूरत बनती है
रोज अभ्यास से सफेद बाल काले होते हैं
मानसिक शांति और स्मरण शक्ति बढ़ती है
दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है
आंखों की रोशनी बढ़ाने में कारगर
आत्मविश्वास, धैर्य, निडरता बढ़ाता है
एकाग्रता, उत्साह, याददाश्त बढ़ाता है
लंबाई बढ़ाने में कारगर
मोटापा कम करने में करे मदद
सर्वांगासन
तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है
दिल तक शुद्ध खून पहुंचता है
एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है
याद की हुई चीजें भूलते नहीं
ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बेहतर
आंखों पर चश्मा नहीं चढ़ेगा
थाइराइड ग्लैंड एक्टिव होता है
हाथ-कंधे मजबूत बनते हैं
ब्रेन को पर्याप्त ब्लड मिलता है
हलासन
इस आसन से दिमाग शांत होता है

थायराइड की बीमारी ठीक होती है
स्ट्रेस और थकान मिटाता है
रीढ़ की हड्डी में खिंचाव आता है
डायबिटीज़ की परेशानी दूर होती है
अनुलोम विलोम
स्ट्रेस दूर होता है।
सांस लेना आसान हो जाता है।
नर्व मजबूत, शरीर के ब्लड फ्लो में सुधार।
शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।
कैंसर में अनुलोम विलोम प्राणायाम लाभकारी।
त्राटक
त्राटक क्रिया बिंदू, तारा, सूर्य, चंद्रमा, दीपक और मोमबत्ती आदि पर किया जाता है, लेकिन आप दीपक से इसकी शुरुआत करें। सबसे पहले एक एकांत और शांत जगह चुने। इसके बाद आंखों के बिल्कुल सामने थोड़ी दूर दीपक रखें। किसी भी आसन में आराम से बैठ जाएं। सिर, गर्दन, पीठ को सीधा रखें। अंधेरे में ध्यान की मुद्रा केंद्रित करें। आंखों को बराबर दीपक में लाएं। दीपक की रोशनी में ध्यान दें। इसे तब तक देखते रहें जब तक आपकी आंखे थक न जाए। पलक न झपकने दें। इसके बाद आंखे बंद कर लें। फिर अपनी आंखों को ठंडे पानी से धो लें। इसे आप रोजाना या सप्ताह में 1-2 बार कर सकते हैं।

जलनेति
यह जल द्वारा किया जाने वाली एक क्रिया है। इससे नैजल ट्रैक की सफाई ठीक ढंग से हो जाती है। इस जल में आप चाहे तो थोड़ा सा सेंधा नमक भी डाल सकते है। इसके लिए एक तरफ से नाक के होल में पानी डाला जाता है वह दूसरी तरह के होल से आसानी से निकल आता है। इसके साथ ही आपको बता दें कि इस क्रिया को करने के लिए खास पात्र की आवश्यकता होती है। इस क्रिया को करते समय गर्दन को तिरछी रखकर मुंह से सांस लेना है। कभी भी इस क्रिया को करते समय नाक से सांस न लें। ऐसा करने से पानी दिमाग में चल जाएगा।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए एक्यूप्रेशर प्वाइंट
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए एक्यूप्रेशर प्वाइंट भी काम आ सकता है। इसके लिए पहली अंगूली और दूसरी अंगूली के बीच में दबाएं।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय
च्यवनप्राश या अमृस रसायन का सेवन करे।
विटामिन सी से भरपूर आंवला का सेवन किसी भी रूप में कर सकते हैं।
त्रिफला और धृत को दूध में डालकर पी लें।
आमलकी रसायन 200 ग्राम, सप्तामृत लौह 20 ग्राम, मुक्ता पिष्टी 10 ग्राम, मोती पिष्टी 2 से 4 ग्राम लेकर सभी को मिलाकर 1-1 चम्मच दिन में दो बार लें।


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