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साबूदाना, जिसे आप व्रत का आहार कह सकते है और जिसे सागो भी कहा जाता है. पोषकतत्व से भरपूर साबूदाना का प्रयोग खीर, खिचड़ी और टिक्की बनाने में किया जाता है, जिन्हें आप बिना व्रत के भी मजे लेकर खा सकते हैं. यह पाचन तंत्र को मज़बूत बनाता है. इसमें कार्बोहड्रेट स्टार्च के रूप में बहुत अधिक मात्रा में मौजूद होता है, जो शरीर को तुरंत एनर्जी देता है और इसलिए व्रत में साबूदाना के सेवन की सलाह दी जाती है. साबुदाना से बने सूप, खिचड़ी, स्मूदी और खीर दिन भर उपवास के बाद आपको भरपूर एनर्जी देते हैं.
व्रत के दौरान साबूदाना खाने के पांच फ़ायदों के बारे में बताने जा रहे हैंः
शरीर में ऊर्जा और एनर्जी बनाए रखेगा
हमारे शरीर को रोज़मर्रा के काम करने के लिए ग्लुकोज़ की ज़रूरत होती है, लेकिन घंटो तक उपवास रखने से ब्लड शुगर का स्तर कम हो जाता है, जिससे शरीर में कमज़ोरी आ जाती है. कभी-कभी व्यक्ति को चक्कर आने लगता है या बेहोशी भी हो सकती है. ऐसे में आप साबूदाना को अपने व्रत के डायट में शामिल कर सकते हैं, जो आपको एनर्जी देने का काम करेगा. इसके अलावा सागो में प्रोटीन और वसा की मात्रा कम होती है, जिससे इसे पचाना आसान होता है.
पाचन और डीटॉक्सिफ़िकेशन में मदद करता है
साबूदाना में भरपूर मात्रा में फ़ाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को ठीक करता है और कब्ज़ जैसी समस्याओं को दूर करता है. इसके अलावा इसमें प्रोबायोटिक रेज़िस्टेन्ट स्टार्च होता है, जिससे पेट में खाना पचाने वाले बैक्टीरिया विकसित होते हैं. फ़ाइबर युक्त इस आहार के सेवन से पेट में सेहतमंद माइक्रोबायोम बने रहते हैं.
हड्डियों के लिए फ़ायदेमंद है
ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों की एक आम समस्या है, जिसमें हड्डियां कमज़ोर होने की वजह से उनके टूटने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसा कैल्शियम की कमी की वजह से होता है. साबूदाना में कैल्शियम और मैग्निशियम भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हड्डियों को मज़बूती देते हैं. हड्डियों का 90 फ़ीसदी हिस्सा कैल्शियम से ही बना होता है. वहीं मैग्निशियम, शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस तरह सही मात्रा में साबूदाने का सेवन आपको ऑस्टियोपोरोसिस एवं हड्डियों की अन्य समस्याओं से सुरक्षित रखता है.
इम्यूनिटी को मज़बूत बनाता है
विटामिन सी एक ऐंटी-ऑक्सिडेंट है, हो इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाता है. साबूदाना में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. यह शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को न्यूट्रलाइज़ करता है, जो शरीर की कोशिकाओं को नुक़सान पहुंचाकर कई बीमारियों का कारण बनते हैं. इसके अलावा श्वेत रक्त कोशिकाएं, जो शरीर में वायरस और इन्फ़ेक्शन फैलाने वाले बैक्टीरिया से लड़ती हैं, उनके लिए भी विटामिन सी बहुत ज़रूरी है. कभी-कभी शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाना बहुत ज़रूरी हो जाता है, ऐसे समय में आपको अपने आहार में साबूदाना को शामिल करना चाहिए.
वज़न नियंत्रण
साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा होते हैं, लेकिन ग्लुटेन नहीं होता. इसके अलावा इसमें वसा और प्रोटीन भी कम होता है. ऐसे में यह वज़न पर नियन्त्रण रखने के लिए अच्छा आहार है. जिन लोगों को ग्लुटेन नहीं सुहाता, उनके लिए यह एनर्जी से भरपूर और कार्बोहाइड्रेड से युक्त अच्छा आहार है. इसके अलावा इसमें फ़ाइबर अधिक मात्रा में होने की वजह से आप लम्बे समय तक पेट भरा हुआ महसूस करते हैं, आपको उपवास के दौरान बार-बार भूख नहीं लगती. इसलिए आप ज़रूरत से ज़्यादा नहीं खाते.
साबुदाना में कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट और मैग्निशियम का अच्छा स्रोत है. एनर्जी देने के अलावा यह पाचन में मदद करता है, इम्यूनिटी को मज़बूत बनाता है. इसके सेवन से उपवास के दौरान आपको बार-बार भूख नहीं लगती. लेकिन याद रखें किसी भी चीज़ को बहुत अधिक मात्रा में खाना कभी भी फ़ायदेमंद नहीं हो सकता. हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि सि साबूदाना विटामिन और मिनरल्स नहीं दे सकता, इसलिए इसका सेवन सब्ज़ियों या दूध के साथ करें.