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गुस्से को कंट्रोल करने के लिए अपनाएं ये टिप्स

Tara Tandi
10 Aug 2022 6:07 AM GMT
गुस्से को कंट्रोल करने के लिए अपनाएं ये टिप्स
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कई लोगों को छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ जाता है. गुस्सा अपने भावों को प्रकट करने का एक तरीका होता है,

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कई लोगों को छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ जाता है. गुस्सा अपने भावों को प्रकट करने का एक तरीका होता है, लेकिन हेल्थ के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है. बच्चों से लेकर बुजर्गों तक में यह परेशानी की वजह बन सकता है. गुस्से में लोग अक्सर गलत फैसले ले लेते हैं, क्योंकि गुस्सा मेंटल हेल्थ को प्रभावित कर देता है. अब तक कई स्टडी में यह देखा गया है कि ज्यादा गुस्सा करने वाले लोग अक्सर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. अगर आप भी ज्यादा गुस्सा करते हैं, तो तुरंत अपनी यह आदत बदल लें. आपको बताएंगे कि कैसे यह हेल्थ के लिए दुश्मन का काम करता है और इसे किन तरीकों से कंट्रोल किया जा सकता है.

अत्यधिक गुस्सा करने से हो सकती हैं ये बीमारियां
वेब एमडी की रिपोर्ट के मुताबिक जब कोई इंसान ज्यादा गुस्सा करना अपनी आदत बना लेता है, तब वह अपने शरीर के लिए कई बीमारियों का खतरा पैदा कर लेता है. गुस्से का सबसे ज्यादा असर मेंटल हेल्थ पर पड़ता है. इसकी वजह से एंजाइटी और डिप्रेशन का खतरा काफी बढ़ जाता है. किसी भी व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने पर ओवरऑल हेल्थ खराब हो जाती है और लंबे समय तक इसका असर देखने को मिलता है. गुस्से का नेगेटिव असर फिजिकल हेल्थ पर भी पड़ता है. गुस्से की वजह से हार्ट डिजीज, ब्लड प्रेशर, सिर दर्द और स्किन डिजीज का जोखिम बढ़ जाता है. सिर दर्द और ब्लड प्रेशर गुस्सा करने के कुछ देर बाद ही हो सकता है.
गुस्से को कंट्रोल करने के लिए अपनाएं ये टिप्स
जब भी आपको गुस्सा आए तब पॉजिटिव रहने की कोशिश करें. अपना ध्यान गुस्सा दिलाने वाली वजह से हटा लीजिए. ऐसा करने से थोड़ी देर बाद गुस्सा शांत हो जाएगा.
गुस्से में अपनी बात को रखने का दूसरा तरीका ढूंढने की कोशिश करें. कई बार हम गुस्से में अपने परिजनों के लिए तीखे शब्दों का प्रयोग करते हैं. इसका दुख बाद में होता है. इसलिए गुस्से के दौरान भाषा को मर्यादित रखने की कोशिश करें.
गुस्से की वजह समझने की कोशिश करें और खुद को अन्य व्यक्ति के स्थान पर रखकर सोचें. इससे आपको सही वजह समझ में आएगी और आपका गुस्सा शात हो जाएगा.
गुस्से के दौरान दूसरे लोगों की पूरी बात अच्छी तरह सुनने की कोशिश करें. अधूरी बात सुनकर किसी को जज करना सही नहीं होता. इसलिए सभी पहलुओं को जानने के बाद ही रिएक्ट करें.
हास्य की ओर रुख करें. खुद का मिजाज बदलने के लिए हास्य से भरपूर चीजों की तरफ रुचि बढ़ाएं. खुद को खुश रखने की कोशिश करें और गुस्सा को हल्के फुल्के अंदाज में डील करें.


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