अंबाला: हरियाणा के अंबाला जिले में एक बस चालक की हत्या में शामिल लोगों की गिरफ्तारी और मृतक के परिवार को मुआवजा देने की मांग को लेकर बुधवार को हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी हड़ताल पर चले गये हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियन के बैनर तले कर्मचारियों ने मंगलवार आधी रात से ही काम बंद कर दिया था। यात्री रोडवेज बसों के लिए बस स्टैंड पर इंतजार करते रहे और उन्हें निजी संचालकों की बसों पर निर्भर रहना पड़ा।
रोडवेज के कर्मचारियों ने यमुनानगर, चरखी दादरी, करनाल, सोनीपत, सिरसा, हिसार और नारनौल सहित कई बस अड्डों पर ‘धरना’ दिया और नारे लगाये।
पुलिस ने कहा था कि 12 और 13 नवंबर की मध्यरात्रि को अंबाला में अज्ञात लोगों द्वारा हमला किए जाने के बाद हरियाणा रोडवेज के बस चालक राजवीर (51) की मौत हो गई।
सोनीपत निवासी राजवीर अंबाला छावनी बस स्टैंड पर कार्यरत थे। पुलिस ने बताया कि हमले के बाद राजवीर को गंभीर हालत में अंबाला छावनी के सिविल अस्पताल लाया गया और बाद में पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
घटना की रात, जब राजवीर पार्किंग ड्यूटी पर थे तब कार सवार चार से पांच लोगों की उनके साथ बहस हो गई, जिसके बाद उन्होंने राजवीर पर हमला कर दिया।
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी हमलावरों की गिरफ्तारी, राजवीर के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं।
सोनीपत में प्रदर्शन कर रहे एक कर्मचारी ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे अपनी हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।
हरियाणा रोडवेज की बसों के सड़कों से नदारद रहने के कारण यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा और विभिन्न स्थानों पर वे बसों का इंतजार करते नजर आए।
चंडीगढ़ में काम करने वाले अंबाला निवासी सुरजीत सिंह ने बताया कि वह रोडवेज बस का इंतजार करते रहे लेकिन उन्हें कोई बस नहीं मिली।
हरियाणा रोडवेज यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमन सैनी ने दावा किया कि प्रदेश की सभी रोडवेज बसें नहीं चलीं।
भाई दूज के त्योहार पर हड़ताल के कारण यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ गईं।
भाई दूज के लिए अपनी बहन के घर सहारनपुर जा रहे प्रवासी मजदूर राम स्वरूप ने बताया कि वह अंबाला छावनी रोडवेज बस स्टैंड के पास बस का इंतजार कर रहे थे, लेकिन कोई बस नहीं मिली। बाद में उन्हें एक टैक्सी किराये पर लेनी पड़ी जिसके लिए बहुत ज्यादा किराया चुकाना पड़ा।
पंचकूला में काम करने वालीं एक सरकारी कर्मचारी एवं दैनिक यात्री प्रतिभा रानी ने बताया कि पंचकूला के लिए बस नहीं मिलने की वजह से उन्हें छुट्टी लेनी पड़ी।
करनाल बस स्टैंड पर एक यात्री ने कहा कि उन्हें यमुनानगर जाने के लिए कोई रोडवेज बस नहीं मिल पाई, जबकि एक बुजुर्ग यात्री ने बताया कि हड़ताल के कारण जनता को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
कुरूक्षेत्र में प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने ‘धरना’ दिया और बस चालक की हत्या में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
हिसार में, हरियाणा रोडवेज कर्मचारी यूनियन के नेता सुभाष ढिल्लों ने दावा किया कि हड़ताल के कारण हिसार बस डिपो से कोई भी बस नहीं निकली।