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जब बार-बार मिला रिजेक्शन, रोते-रोते सो जाती थीं Vidya Balan
बॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन अपनी फिल्मों ही नहीं बल्कि खूबसूरती से भी लाखों लोगों के दिलों में राज करती हैं। कभी फैशन तो कभी किसी बयान को लेकर विद्या अक्सर सुर्खियों में बनी रहती हैं। आज विद्या बालन जिस मुकाम पर है वहां पहुंचने के लिए उन्हें बेहद संघर्ष करना पड़ा था। एक समय ऐसा भी था जब उन्हें कोई भी अपनी फिल्म में नहीं लेना चाहता था। उनकी रात रोते हुए गुजरती थी। जी हां, इस बात का खुलासा खुद एक्ट्रेस ने किया है।
रात को रोते-रोते सो जाती थी एक्ट्रेस
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में विद्या ने अपने संघर्ष के दिनों को याद किया। इस दौरान का एक्ट्रेस ने एक किस्सा शेयर किया। विद्या ने कहा कि साउथ इंडस्ट्री में लगातार रिजेक्शन मिलने के बाद वह निराशाजनक महसूस करती थी। वह रोज रात को रोते-रोते सो जाती थी। उन्हें लगता था कि वह कभी भी एक्टर नहीं बन सकती। वह कहती हैं कि अगली सुबह वे फिर उठती। वह सोचती थी कि कि वो सूरज को एक सुबह उगते देख सकती है तो मतलब उनके पास एक और चांस है।
लिंगभेद का हो चुकीं शिकार
इसके अलावा विद्या बालन ने अपने पेरेंट्स का उन्हें सपोर्ट करने के लिए शुक्रिया अदा किया। इससे पहले विद्या ने लिंगभेद के ऊपर बात करते हुए बताया था कि वह कई बार पुरुषों, महिलाओं और खुद से लिंदभेद का शिकार बन चुकी हैं। एक्ट्रेस ने बताया था कि लिंगभेद का अर्थ सिर्फ पुरुषों द्वारा महिलाओं के साथ किया गया गलत व्यवहार ही नहीं होता है बल्कि लिंगभेद उसे भी कहते हैं जो महिलाएं अपने लिए विचार रखती हैं। कई बार महिला होने के नाते उन्होंने खुद को दूसरों से कम आंका है।
बता दें विद्या ने साल 2005 में आई फिल्म 'परिणीता' से बाॅलीवुड में डेब्यू किया। फिल्म को दर्शकों की काफी सराहना मिली। विद्या बालन ने अपने करियर की शुरुआत साल 1995 में आए टीवी शो 'हम पांच' से की थी। वहीं हाल ही में विद्या की फिल्म 'शेरनी' ओटीटी पर रिलीज हुई है। जिसे दर्शकों का काफी प्यार मिल रहा है।
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