जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भारतीय दर्शकों में मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स सीरीज की फिल्मों की चमक के बीच फास्ट एंड फ्यूरियस सीरीज की फिल्मों का अपना अलग ही क्रेज रहा है। अंग्रेजी समेत भारतीय भाषाओं में देश मे रिलीज हुई हॉलीवुड फिल्मों में इस सीरीज की फिल्म ‘फास्ट एंड फ्यूरियस हॉब्स एंड शॉ’ को सबसे ज्यादा प्यार मिला है। फिल्म ‘फास्ट टेन’ यानी कि ‘फास्ट एंड फ्यूरियस 10’ को लेकर दर्शकों मे जो उत्सुकता रही है, उसके चलते ये फिल्म भी रिलीज के पहले दिन 10 करोड़ रुपये का आंकड़ा पाकर हॉलीवुड फिल्मों की पहले दिन की ओपनिंग वाली टॉप 10 लिस्ट में जगह भी बना सकती है, लेकिन ये फिल्म इस फ्रेंचाइजी सीरीज के लिए खतरे की इतनी जोरदार घंटी है कि अगर इसे विन डीजल ने अब न सुना तो इसकी बाकी दो सीक्वल फिल्मों का हाल और खराब हो सकता है।
इस सीरीज की पहली फिल्म ‘फास्ट एंड फ्यूरिस’ साल 2001 में रिलीज हुई और इसकी 10वीं फिल्म रिलीज हुई है 2023 में। इसके पहले की नौ फिल्मों में से पांच फिल्में निर्देशित करने वाले जस्टिन लिन फिल्ममेकिंग में विन डीजल के लगातार कथित हस्तक्षेप से इतना परेशान हुए कि उन्होंने ‘फास्ट टेन’ के निर्देशन से ही खुद अलग कर लिया। फिल्म के निर्माता और लेखक के रूप में उनका नाम हालांकि शामिल है। विन डीजल इस सीरीज की तकरीबन हर फिल्म के पहले कोई शिगूफा छोड़ते हैं। पिछली बार उन्होंने एक सिर्फ महिला कलाकारों की फिल्म इस फ्रेंचाइजी के तहत बनाने के अपने ख्वाब का जिक्र किया था, और इस फिल्म की रिलीज से पहले उनका पटाखा फोड़ा सीरीज के फिनाले को ‘फास्ट टेन’ में ही खत्म करने की बजाय इसे दो और फिल्मों तक फैलाने का। और, यही इस फिल्म की सबसे कमजोर कड़ी है। फिल्म देखने के बाद दर्शक को कुछ अधूरा सा लगता है, कुछ कुछ वैसा ही जैसे एक रोमांचक उपन्यास पढ़ते पढ़ते जब पाठक अंत तक आए तो पता चले कि कथा का उपसंहार तो अभी बाकी ही है।
फिल्म ‘फास्ट टेन’ के तार इस सीरीज की पांचवीं फिल्म से जुड़ते हैं। फ्रेंचाइजी की किसी फिल्म के निर्देशन का पहली बार जिम्मा संभाल रहे लुई लेटेरिये जानते हैं कि उनके कंधों पर कितनी बड़ी जिम्मेदारी है। जस्टिन लिन की जगह लेना आसान नहीं है। ये फिल्म देखते समय कई बार लगता भी है कि जैसे ‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ फ्रेंचाइजी का ‘ट्रांसफॉर्मर्स’ सीरीज के साथ क्रॉस ओवर जैसा कुछ बन रहा है और ये सही भी क्योंकि लुई को विशालकाय आकृतियों के साथ खेलने का चस्का उनकी अपनी फिल्म ‘इनक्रेडिबल हल्क’ से जो लग चुका है। फिल्म ‘फास्ट टेन’ उस तरीके की फिल्म है कि अब इसके दो सीक्वल बनें या दो दर्जन, दर्शकों का उत्साह इस सीरीज को लेकर करीब करीब सिमटने को तैयार होता दिख रहा है।
फिल्म ‘फास्ट टेन’ की सबसे बड़ी कमजोरी जहां इसकी कहानी है वहां इसमें ठूंस ठूंसकर भरे गए सितारों ने भी फिल्म देखने का मजा किरकिरा कर दिया है। विन डीजल ने इस फिल्म को चर्चा में बनाए रखने के लिए इस फ्रेंचाइजी के हर उस सितारे को इस फिल्म में ला पटका है जिसका जरा सा भी दामन उनकी पकड़ में आ पाया। आईमैक्स थ्रीडी में फिल्म को देखने का आनंद सिर्फ इसलिए है कि इसमें दर्शक बड़ी बड़ी गाड़ियों को तहस नहस होते देख सकते हैं। कहानी का कोई सिरपैर नहीं है लेकिन भागती गाड़ियों से इधर उधर कूदते कलाकारों को देखने का अपना अलग ही आनंद है।
‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ सीरीज को लगातार देखते रहने वाले दर्शकों के लिए डॉम और उसके परिवार के बारे मे पता ही है। अपनी सारी बदमाशियां और अय्यारियां छोड़ वह सुकून का पारिवारिक जीवन जीना चाहता है लेकिन फिल्म की शुरुआत में ही दिखने वाले करीब छह मिनट के पुनरावलोकन में ये बता दिया जाता है कि ‘फास्ट फाइव’ में रियो के पुल से गिरा डांटे जिंदा है। और, तब से बस डॉम पर ही नजर रखे हुए है! ये कुछ कुछ ऐसा किरदार है जिसे इस फ्रेंचाइजी के किरदारों के बारे में इसके दर्शकों से ज्यादा पता है बिना पिछली किसी फिल्म में कोई मुख्य किरदार निभाए। मर्द जैसा वह दिखता नहीं है और किन्नरों जैसी हरकतें करने के बाद भी मामला जमता नहीं है। ब्री लारसन ने ये फिल्म पैसे के अलावा भी किसी वजह से की होगी, समझ नहीं आता। जिस कलाकार को मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स में अपना पूरा एक ग्राफ मिल चुका हो, वह इस तरह के किरदारों से अपनी ब्रांड वैल्यू क्यों गिराएगी, इसका जवाब सिर्फ इस रोल के लिए मिली मोटी रकम के अलावा और कुछ नहीं हो सकता।
रोम की गलियों को बर्बाद करते घूम रहे न्यूट्रॉन बम से शुरू होने वाली कहानी ब्राजील, पुर्तगाल, लॉस एंजिलिस और दूसरे ठिकानों तक यूं पहुंचती है जैसे भारतीय पुराणों में ‘नारायण नारायण’ कहते हुए टाइम ट्रेवल करने वाले नारद। डॉम को अपने आठ साल के बच्चे को बचाना है। उसके मददगार साथी एक एक कर परदे से विदा होते भी दिखते हैं लेकिन फिल्म की शुरुआत में दर्शक जो देख चुके हैं, उसके बाद उन्हें समझ नहीं आता कि इनके निधन पर दुख मनाएं या ये उम्मीद रखें कि ये अगली दो कड़ियों में फिर से प्रकट हो सकते हैं। हूवर डैम पर दिखाए गए विन डीजल के कल्पनातीत क्लाइमैक्स के बाद भी फिल्म बाकी है। एंड क्रेडिट्स में सीक्वल का इशारा है और फिल्म ‘फास्ट टेन’ को अब कहानी का नहीं बस एक्शन का ही सहारा है।