मनोरंजन

पैसों के लिए काम नहीं करते शाहिद!

HARRY
1 Jun 2023 5:43 PM GMT
पैसों के लिए काम नहीं करते शाहिद!
x
अभिनेता के लिए बेईमानी जैसा होगा फीस के लिए फिल्म से जुड़ना

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | शाहिद कपूर इन दिनों अपनी आगामी फिल्म 'ब्लडी डैडी' के लिए सुर्खियां बटोर रहे हैं। अभिनेता की इस बड़ी बजट की फिल्म की घोषणा पिछले हफ्ते काफी धूमधाम से की गई थी। फिल्म के ट्रेलर ने फैंस के बीच काफी उत्साह बढ़ा दिया है। शाहिद कपूर का एक्शन अवतार दिखाते इस ट्रेलर के साथ-साथ जिस एक चीज ने सबसे ज्यादा शोर मचाया वह अभिनेता की फीस थी। शाहिद कपूर ने कथित तौर पर फिल्म के लिए 40 करोड़ रुपये से भी ज्यादा फीस चार्ज की है। हालांकि, अब हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अभिनेता ने दावा किया है कि उन्होंने कभी भी पैसे के लिए किसी भी फिल्म में काम नहीं किया।

मीडिया संस्थान इंडियन एक्सप्रेस ने बीते दिन शाहिद कपूर से एक मुलाकात की, जिसमें अभिनेता से 40 करोड़ फीस के बारे में सवाल पूछा गया। अभिनेता इस बात पर हंसते हुए कहा कि कैसे मजाक के तौर पर बताए गए आंकड़े अब मीडिया में सुर्खियां बटोर रहे हैं। शाहिद कपूर बोले, 'किसी ने इसे बिना सोचे-समझे मजाक में बोल दिया और इसे सभी ने सीरियस समझ लिया। इन सारी खबरों के बाद तो कोई मुझे आगे काम भी नहीं देगा।'

शाहिद कपूर के अनुसार उनके लिए पैसा मायने नहीं रखता है। अभिनेता ने कहा, 'काश मेरे पास वह पक्ष होता। ऐसा कभी नहीं होता। ईमानदारी से, मैं कभी-कभी सोचता हूं कि मैं यह कर सकूं, हर कोई अमीर बनना चाहता है लेकिन यह वास्तव में कठिन है। मैं पैसे के लिए अभिनय नहीं कर पाऊंगा, कुछ और कर भी लूं शायद। मैं अभिनय को लेकर बहुत जुनूनी हूं। इसके अलावा आपके पास हमेशा 10/10 की स्थिति नहीं हो सकती है और यह 6 या 7 के आसपास भी हो सकती है। लेकिन केवल पैसे के लिए 4/10 के साथ काम करना मेरे कौशल के प्रति बेईमानी जैसा है। मैं बेईमान नहीं हो सकता।'

अभिनेता ने अपनी परवरिश और अपने कौशल के लिए अपने माता-पिता के प्यार को देखते हुए यह तर्क दिया। उन्होंने कहा, 'आप देखिए, मेरे माता-पिता पंकज कपूर और नीलिमा अजीम में अपने काम के लिए कितना जुनून था। वे करोड़पति और खरबपति नहीं थे, लेकिन उन्होंने अपना जीवन विनम्रता से व्यतीत किया। वे भले ही स्थापित, बेहद प्रशंसित और विश्वसनीय कलाकार रहे हों लेकिन वे करोड़ों रुपये वाले सुपरस्टार नहीं थे। मेरे माता-पिता मेरे हीरो थे। उनके काम की क्षमता और उनका जुनून मेरे साथ रहा है और मैं इसे अपने सिस्टम से बाहर नहीं कर सकता।'

Next Story