"द केरल स्टोरी" के निर्माताओं ने शुरू की ‘Protect Our Daughter’

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | सिनेमाघरों में रिलीज होने के बाद से ही विवादों और राजनीतिक चर्चा में रही फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के निर्माताओं ने बुधवार को मुंबई में ‘प्रोटेक्ट अवर डाटर’ (Protect Our Daughter) पहल की शुरूआत की है। इस पहल के तहत केरल स्थित ‘आर्ष विद्या समाजम’ संस्था की मदद से लव जिहाद या ब्रेनवॉश कर हिन्दू लड़कियों के मतांतरण की रोकथाम और सुरक्षा का काम किया जाएगा।
‘बात को आगे तक ले जाना चाहते हैं’
मुंबई में बुधवार को हुई एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान फिल्म के निर्माता विपुल अमृतलाल शाह ने ‘आर्ष विद्या समाजम’ को 51 लाख रुपये का चेक दिया। उन्होनें कहा कि ‘इस फिल्म का उद्देश्य था – सेव द डाटर्स (बेटियों को बचाओ) लेकिन, हम यहीं रुकना नहीं चाहते हैं। हम बात को आगे ले जाना चाहते हैं। हम ऐसी घटनाओं का शिकार बनी लड़कियों की जिंदगी में कुछ बदलाव चाहते हैं।’
इस समारोह में फिल्म के निर्माता, निर्देशक और कलाकारों के साथ मतांतरण और लव जिहाद का शिकार बनी केरल की 26 लड़कियां भी मंच पर उपस्थित हुईं। कुछ लड़कियों ने आपबीती भी सुनाई कि किस प्रकार उन्हें ब्रेनवॉश कर इस्लाम धर्म स्वीकार कराया गया और फिर उन्होनें सनातन धर्म में वापसी की। इस दौरान विपुल शाह और फिल्म के निर्देशक सुदिप्तो सेन ने फिल्म से जुड़े तमाम सवालों के जवाब दिए।
‘सभी राजनीतिक पार्टियों को आमंत्रित करते हैं’
फिल्म को एक राजनीतिक पार्टी (भाजपा) के समर्थन के सवाल पर विपुल शाह ने कहा, यह फिल्म इन लड़कियों के दर्द और परिस्थितियों को सामने लाने के लिए है। कोई भी, किसी भी पार्टी से अगर उन लड़कियों और उनकी परेशानियों में उनका साथ देना चाहता है तो हम उनका स्वागत करेंगे। इस विषय में हम सभी राजनीतिक पार्टियों को एक साथ आने के लिए आमंत्रित करते हैं। अगर यह विषय किसी एक राजनितिक पार्टी के दिल को छूता है और दूसरी राजनीतिक पार्टी इस दर्द को नहीं महसूस करती तो यह उनकी पसंद हैं।