- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- कश्मीर में अनुच्छेद...
संयम श्रीवास्तव। जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में धारा 370 भारतीय राजनीति के लिए दशकों से बड़ा मुद्दा रहा है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से धारा 370 (Artical 370) हटा कर इस मुद्दे का अंत कर दिया. इसके साथ ही भारत सरकार ने जम्मू और कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेशों में तब्दील कर दिया था. बीजेपी के बड़े फैसले की तारीफ जहां सोशल मीडिया पर देश की तमाम जनता ने की, वहीं कुछ लोगों ने इसका दबी जुबान में विरोध भी किया. जम्मू कश्मीर के तमाम राजनेताओं ने इसका खुलकर विरोध किया. हालांकि कांग्रेस पार्टी उस वक्त इस मुद्दे पर खुलकर कुछ नहीं बोली, बल्कि कई कांग्रेसी नेताओं ने जो अब भी कांग्रेस (Congress) में मेनस्ट्रीम के लीडर हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) सरकार के इस फैसले की तहे दिल से प्रशंसा की थी. लेकिन अब दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) के उस बयान से जिसमें उन्होंने एक पाकिस्तानी पत्रकार की मौजूदगी में कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार दोबारा आती है तो वह जम्मू कश्मीर में धारा 370 फिर से बहाल करने पर विचार करेगी, ने कांग्रेस की मानसिकता को उजागर कर दिया है.