सम्पादकीय

2022 के लिए अपना 'जीरो वेस्ट' लक्ष्य बनाएं, ताकि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर दुनिया दे सकें

Gulabi
31 Dec 2021 6:29 AM GMT
2022 के लिए अपना जीरो वेस्ट लक्ष्य बनाएं, ताकि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर दुनिया दे सकें
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सड़क पर चलते हुए अगर आपके हाथ में हाल ही में खाली हुई पानी की बोतल है जिसे डस्टबिन में डालना चाहते हैं
एन. रघुरामन का कॉलम:
सड़क पर चलते हुए अगर आपके हाथ में हाल ही में खाली हुई पानी की बोतल है जिसे डस्टबिन में डालना चाहते हैं और अचानक कोई स्ट्रे डॉग आए और पूंछ हिलाने लगे फिर भौंकते हुए एक मशीन की ओर ले जाना चाहे, इसका मतलब है कि वह डॉग उस मशीन की ओर इशारा करके आपको खाली बोतल उसमें डालने के लिए कह रहा है। आपको आश्चर्य हो सकता है कि एक स्ट्रे डॉग वहां क्यों ले जाना चाहता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि जिस क्षण आप प्लास्टिक उस मशीन में डालेंगे, मशीन के नीचे बनी सामान निकलने की जगह से उस अनुपात में डॉग को खाना मिलेगा। ताज्जुब हो रहा है ये कहां होता है? ये तुर्की के इस्तांबुल में होता है, जहां दोहरी समस्याएं हैं- बहुत सारा प्लास्टिक और डेढ़ लाख से ज्यादा स्ट्रे डॉग। वहां मशीन को 'मामामाटिक्स' कहते हैं, जिसका मोटा-मोटा अर्थ है पालतुओं के लिए वेंडिंग मशीन।
2014 में प्यूगेडॉन नाम की स्थानीय कंपनी की बनाई इस मशीन की तय जगह में हर बार जब कोई प्लास्टिक की बोतल डालता है, तो इससे कुत्तों के लिए खाना निकलता है। इसमें पानी खाली करने की भी जगह है, ताकि पालतू पानी पी सकें। जब ये शुरू हुई थी, तब हमनें इस कॉलम में खबर की चर्चा की थी। पर अब डॉग्स ने मशीन में बोतलें डालने के लिए अनजान लोगों को बुलाने की नई ट्रिक सीख ली है। ये नई चीज है, हाल ही में वहां गए मेरे परिवार ने ये अनुभव किया।
अब इस तरह के रिसाइकलिंग आइडिया का नए क्षेत्रों में विस्तार हो रहा है। हममें से अधिकांश लोगों की आदत होती है कि खाना पकाने के बाद कड़ाही में बचा तेल रसोई निकासी से बहा देते हैं। ये न सिर्फ इमारत की पाइपलाइन जाम कर देता है, जिससे अंतत: सोसायटीज़ और कभी-कभी नगरपालिकाओं को इनके रखरखाव में समय और पैसा खर्च करना पड़ता है।
कुछ लोग इस्तेमाल किया खाद्य तेल डस्टबिन में डाल देते हैं, जिसका मतलब है ये अंत में कूड़े के ढेर में जाएगा और ग्रीनहाउस गैस बनाएगा। दुनिया धीरे-धीरे जान रही है कि खाद्य तेल अलग करने के इस ठेठ तरीके से पर्यावरण पर क्या नुकसान होते हैं और जो घरों में लोगों को असुविधा का कारण बनता है। ये कारण हो सकता है कि यूएई स्थित कंपनी 'बीआ तंदीफ' ने सोचा कि कुकिंग ऑइल पर्यावरणीय दृष्टि से टिकाऊ उत्पाद जैसे बायोडीजल बनाने का अवसर हो सकता है।
इस महीने उन्होंने यूएई के शारजाह में अपनी पहली मशीन स्थापित की है, जहां आसपास के लोग कुकिंग ऑइल जमा कर सकते हैं। ऐसे हर जमा के साथ लोगों को घर ले जाने के लिए मशीन एक खाली बोतल देगी। रिसाइकलिंग के लिए तेल देने के तुरंत बाद घर में रोज के इस्तेमाल तेल को इकट्ठा करते रहना आसान होगा। पहली बोतल के लिए मशीन पर टोल फ्री नंबर दिया गया है। यह घर पर फ्री डिलीवर की जाएगी। हर बोतल में एक लीटर तेल आ सकता है। बोतल की उम्र भी पांच साल है और वह भी पूरी तरह रिसाइकल करने लायक है।
एक बार खाद्य तेल की बोतलें इकट्‌ठी होने पर कंपनी उन्हें बायोडीज़ल में बदल देगी, जिसका इस्तेमाल अमीरात से कचरा इकट्‌ठा करने वाली गाड़ियों में किया जाएगा। कचरा इकट्‌ठे वाले काम को 'ग्रीन स्टेटस' का दर्जा देते हुए इस तरह चक्रीय अर्थव्यवस्था बनाने पर काम हो रहा है। कंपनी की कचरा गाड़ियां शहर की आबोहवा प्रदूषित किए बिना घूम रही हैं। जल्द ही और भी मशीन लगाई जाएंगी।
फंडा यह है कि अगर आने वाली पीढ़ियों के लिए आप वाकई इस ग्रह को सुरक्षित बनाना चाहते हैं, तो 2022 के लिए अपना 'जीरो वेस्ट' लक्ष्य बनाएं, ताकि हम उनके लिए बेहतर दुनिया दे सकें।
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