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- चीन को चुनौती देता...
ब्रिटेन की मेजबानी में दुनिया के सात विकसित देशों के संगठन जी-7 की शिखर बैठक में लिए गए फैसले चीन के सपने तोड़ सकते हैं। इस शिखर बैठक में भारत भी मेहमान देश के तौर पर आमंत्रित था। 12 व 13 जून को ब्रिटेन में सातों देशों ने चीन के आर्थिक और सामरिक विस्तारवाद की चुनौतियों से मुकाबला करने के लिए जो साझा संकल्प जारी किए हैं, वे वास्तव में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जानसन की पहल पर ही हुए हैं। डोनाल्ड ट्रंप के चार साल के कार्यकाल के दौरान अमेरिका ने विश्व के अहम मंचों और घटनाक्रम से अपने को दूर कर दिया था। उससे चीन को अमेरिका द्वारा छोड़े गए उन स्थानों को भरने का स्वर्णिम मौका मिला था। लेकिन अब जो बाइडन ने लंदन से एलान किया है- अमेरिका इज बैक। शिखर बैठक के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा- आजाद दुनिया के जनतांत्रिक नेता के तौर पर अमेरिका लौट आया है, जिससे महसूस हो रहा है कि लंबे अर्से बाद हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं।