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- संपादकीय: कश्मीर की...
आदित्य चौपड़ा। जम्मू-कश्मीर के मामले में कल प्रधानमंत्री मोदी जी और इन क्षेत्र के नेताओं के बीच हुई बैठक से जो साफ नतीजा निकल कर आया है वह यह है कि अनुच्छेद 370 अब सपने की बात हो गया है और इस मुद्दे पर जो भी लड़ाई होगी वह सर्वोच्च न्यायालय के भीतर होगी। दूसरा ठोस परिणाम यह निकला कि जम्मू-कश्मीर को देर-सबेर पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जायेगा। तीसरा यह परिणाम निकला कि राज्य में चुनाव क्षेत्र परिसीमन का काम पूरा होते ही चुनावी प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। इस तरह कल साढे़ तीन घंटे तक चली बैठक को सफल कहा जायेगा क्योंकि क्षेत्रीय नेताओं के मन की गांठें खुली हैं और उन्होंने उस तरफ बढ़ना शुरू किया है जिस तरफ भारत का जनमानस है। भारत का जनमानस जम्मू-कश्मीर के भारतीय संघ में सम्पूर्ण विलय का इस प्रकार हामी रहा है कि यहां के लोगों पर भी भारत का संविधान पूर्ण रूपेण लागू हो। यकीनन मोदी जी का यह कथन सही है कि दिल्ली से श्रीनगर की दूरी कम होने के साथ ही दिलों की दूरियां भी कम हों।