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कद का छोटा या बड़ा होना इंसान के हौसले पर भारी नहीं पड़ सकता
Guinness World Records : कद का छोटा या बड़ा होना इंसान के हौसले पर भारी नहीं पड़ सकता. ये बात साबित की है भारतीय बॉडीबिल्डर प्रतीक विट्ठल (Pratik Vitthal) ने. 26 साल के प्रतीक को शरीर से (Shortest Bodybuilder World Record) कुदरत ने भले ही परफेक्ट न बनाया हो, लेकिन उन्होंने अपनी कमी को अपनी ताकत बनाया और बन गए दुनिया के (World's Shortest Bodybuilder) सबसे छोटे बॉडी बिल्डर.
प्रतीक (Pratik Vitthal) ने अपना नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Records) में दर्ज कराने के लिए पहले भी 3 बार प्रयास किया था, लेकिन वे नकार दिए गए थे. उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और चौथी बार पूरी तैयारी के साथ अपना नाम भेजा. अब उनका नाम स्वीकार भी किया गया है और उनके नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड भी हो गया है.
छोटा सा कद, बड़ा कारनामा
समाज में किसी की भी शारीरिक कमी का मज़ाक बनाया जाता है. प्रतीक विट्ठल के साथ भी ऐसा ही हुआ. छोटे कद के चलते लोगों ने उन्हें कमतर समझता लेकिन 3 फीट 4 इंच के प्रतीक ने अपनी कमी को मजबूती बनाया और दुनिया भर में मशहूर हो गए. उन्होंने अपना करियर बॉडी बिल्डिंग में बनाने के लिए सोचा और अपना सपना भी पूरा किया. प्रतीक बताते हैं कि उन्होंने अपने मामा को देखकर वर्कआउट करना शुरू किया था. उन्होंने मन में ठान लिया था कि वे कुछ करके दिखाएंगे. प्रतीक ने एक दोस्त के कहने पर प्रतीक ने वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए अपना नाम दिया था और अब वे विश्व रिकॉर्ड होल्डर हैं.
आसान नहीं था सफर
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016 ने उन्होंने बॉडी बिल्डिंग की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू किया. पहले वे इस बात से डरते थे कि स्टेज पर लोग उनका मज़ाक बनाएंगे. हालांकि उन्हें लोगों की ओर से जब प्यार मिला तो उन्होंने साल 2018 में महाराष्ट्र के लिए सिल्वर मेडल हासिल किया. वे नेशनल लेवल के लिए सेलेक्ट होते गए. वे बताते हैं कि पहले फौजी बनने का सपना उनके दिल में था, लेकिन 12 साल की उम्र में उन्हें अपनी दिव्यांग होने के बारे में पता चला. इसके बाद उन्होंने स्पोर्ट्स में अपना करियर बनाया.
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