- Home
- /
- दिल्ली-एनसीआर
- /
- गुरुग्राम महानगर विकास...
गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण की ओर से निजी कंपनी को जिम्मेदारी दी जाएगी
गुडगाँव न्यूज़: पुराने शहर के सेक्टर- 1 से लेकर 23 तक की 38 सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाएगा. इसे लेकर गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के इंफ्रा-1 की टीम ने डेढ़ करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार कर टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है.
पुराने शहर की इन सड़कों को मानसून से पहले गड्ढा मुक्त किए जाने की योजना है. जुलाई माह के अंत तक इन सड़कों की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. निजी एजेंसी को इन सड़कों की मरम्मत कार्य करना होगा. जीएमडीए की इस योजना से 23 सेक्टरों के करीब 10 लाख लोगों की आबादी को राहत मिलेगी. बीते करीब पांच साल इन सड़कों की मरम्मत आदि का कार्य नहीं होने से सड़कों की हालात काफी खस्ता बनी हुई है.
सेक्टर-1 से लेकर 23 तक सभी सेक्टर पुराने गुरुग्राम के सेक्टर हैं. जीएमडीए की करीब 38 सड़कें इन सेक्टरों में हैं. इन सड़कों पर जगह-जगह बने गड्ढों के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पुराने शहर की इन सड़कों की बीते करीब पांच साल कोई मरम्मत आदि का काम नहीं किया गया है. इस कारण सड़कों बने गड्ढे राहगीरों व वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं. बारिश के दिनों में इन सड़कों पर जलभराव हो जाता है, जिस कारण दोपहिया वाहन चालक इन सड़कों पर हादसों का शिकार भी हो चुके हैं. इस बारे में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण को लोगों ने कई बार शिकायत भी की, लेकिन इसका समाधान नहीं हो रहा था. अब जीएमडीए के इंफ्रा-1 की टीम ने डेढ़ करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार कर टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस पर काम जल्द शुरू होगा.
दो महीने में मरम्मत का काम पूरा किया जाएगा
जीएमडीए की तरफ से तैयार की गई योजना के अनुसार पुराने शहर की 38 सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए दो माह का समय दिया गया है. जीएमडीए के अधिकारियों का दावा है कि जुलाई माह के अंत तक सभी सड़कों को गड्ढामुक्त कर दिया जाएगा. मानसून के दौरान सड़कों पर जलभराव के कारण कोई भी हादसे नहीं हो इसके लिए विभाग ने बारिश से पहले ही इन सड़कों की मरम्मत करवाने की योजना तैयार की है. इस माह टेंडर प्रक्रिया पूरी कर जून माह के पहले सप्ताह में इन सड़कों का मरम्मत कार्य शुरू करवा दिया जाएगा. इससे पुराने गुरुग्राम के लाखों वाहन चालकों को राहत मिलेगी.
यहां हो रही दिक्कत
जीएमडीए की तरफ से इस बार पुराने शहर की सड़कों पर विशेष ध्यान दिया है. काफी समय से सड़कों की मरम्मत की बाट जोह रहे सेक्टर-1 से 23 के लोगों को अब जल्द राहत मिलने वाली है. जीएमडीए की योजना के अनुसार सड़क एसेट आईडी 17, 18, 19, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 44, 45, 46, 47, 48, 49, 56, 87, 88, 89, 90, 91, 92, 93, 94, 119, 120, 121, 124, 126, 159, 171, 172, 173, 175, , 177, 178, 186, 187 की सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाएगा. विभाग ने इस योजना में पुराने शहर की किसी भी मुख्य सड़क को नहीं छोड़ा है. सभी सड़कों पर मौजूद गड्ढों को अब समाप्त किया जाएगा.
शहर के सेक्टर-1 से लेकर 23 तक की सभी सड़कें जो जीएमडीए की मास्टर सड़कों में शामिल है, उन सभी को मानसून से पहले गड्ढामुक्त किया जाएगा. इसे लेकर टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. अगले माह के पहले सप्ताह से सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू करवा दिया जाएगा. अगले एक साल तक निजी एजेंसी इनका रखरखाव करेगी.
-अमित गोदारा, कार्यकारी अभियंता, जीएमडीए
पुराने शहर के सेक्टर- 1 से लेकर 23 तक की 38 सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाएगा. इसे लेकर गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के इंफ्रा-1 की टीम ने डेढ़ करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार कर टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है.
पुराने शहर की इन सड़कों को मानसून से पहले गड्ढा मुक्त किए जाने की योजना है. जुलाई माह के अंत तक इन सड़कों की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. निजी एजेंसी को इन सड़कों की मरम्मत कार्य करना होगा. जीएमडीए की इस योजना से 23 सेक्टरों के करीब 10 लाख लोगों की आबादी को राहत मिलेगी. बीते करीब पांच साल इन सड़कों की मरम्मत आदि का कार्य नहीं होने से सड़कों की हालात काफी खस्ता बनी हुई है.
सेक्टर-1 से लेकर 23 तक सभी सेक्टर पुराने गुरुग्राम के सेक्टर हैं. जीएमडीए की करीब 38 सड़कें इन सेक्टरों में हैं. इन सड़कों पर जगह-जगह बने गड्ढों के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पुराने शहर की इन सड़कों की बीते करीब पांच साल कोई मरम्मत आदि का काम नहीं किया गया है. इस कारण सड़कों बने गड्ढे राहगीरों व वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं. बारिश के दिनों में इन सड़कों पर जलभराव हो जाता है, जिस कारण दोपहिया वाहन चालक इन सड़कों पर हादसों का शिकार भी हो चुके हैं. इस बारे में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण को लोगों ने कई बार शिकायत भी की, लेकिन इसका समाधान नहीं हो रहा था. अब जीएमडीए के इंफ्रा-1 की टीम ने डेढ़ करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार कर टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस पर काम जल्द शुरू होगा.