दिल्ली-एनसीआर

शिक्षा के लिए प्रेरक बना सेक्टर-55 का आदर्श विद्यालय

Admin Delhi 1
4 April 2023 2:14 PM GMT
शिक्षा के लिए प्रेरक बना सेक्टर-55 का आदर्श विद्यालय
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गुडगाँव न्यूज़: सेक्टर-55 का राजकीय आदर्श संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शिक्षा के लिए प्रेरणादायक बनकर उभर रहा है. इसका प्रमाण देखने को भी मिला, जब इस विद्यालय में खाली करीब 30 सीटों के लिए 2028 छात्रों ने प्रवेश परीक्षा दी. एक सीट के लिए करीब 70 आवेदन आए.

इस विद्यालय में नए सत्र में छात्रों के दाखिले के लिए पहली कक्षा में, छठी, 9वीं एवं 11वीं में करीब 200 सीटें खाली हैं. इनमें से कक्षा छह में मात्र पांच सीट खाली हैं और इन पांच सीटों के लिए करीब 845 छात्रों ने प्रवेश परीक्षा दी है. जबकि कक्षा नौ में 25 सीटे खाली हैं इनके लिए करीब 1183 छात्रों ने प्रवेश परीक्षा दी. कक्षा 11वी के लिए अभी तक करीब 1755 छात्रों ने आवेदन किया है. कक्षा छह और नौ में खाली सीटों के लिए प्रवेश परीक्षा ली गई. इस परीक्षा के लिए छात्र अपने अभिभावको के साथ ये परीक्षा देने पहुंचे. छठी एवं नवमी कक्षा के लिए तीन चरणों में लिखित परीक्षा ली जा रही है.

प्रदेश का अव्वल विद्यालय, शिक्षकों के बच्चे भी पढ़ते हैं सेक्टर-55 के इस विद्यालय में फिलहाल 1200 छात्र हैं. इस विद्यालय को प्रदेश सरकार की ओर से बेस्ट सरकारी स्कूल अवार्ड मिल चुका है. यहां बच्चों को प्रवेश परीक्षा में अव्वल आने पर ही दाखिला मिलता है.. इस स्कूल की एक और बड़ी खासियत यह है कि इस स्कूल में शिक्षकों के बच्चे भी पढ़ने लगे हैं.अन्यथा सरकारी विद्वालयों में पढ़ाने वाले अपने बच्चों को निजी विद्यालयों में पढ़ाते हैं. अब इस विद्यालय में कुछ शिक्षक अपने बच्चों को पढ़ाने लगे हैं, लेकिन उन्हें भी प्रवेश परीक्षा देनी पड़ती है.

स्कूल की तरफ बढ़ रहा रुझान

जिले में निजी स्कूलों की लूट और शोषण के चलते इस विद्यालय में दाखिले का रूझान बढ़ा है. सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा के लिए जहां छात्रों से 10 से 15 हजार रुपये प्रतिमाह निजी स्कूल वसूली करते हैं, वहीं इस विद्यालय में मात्र 500 रुपये में कई निजी स्कूलों से बेहतर पढाई होती है. इसके चलते रूझान बढ़ा है. इस विद्यालय के कई शिक्षक बताते हैं कि अब विद्यालयों में संसाधनों में सुधार हुआ है. अगर सरकार शिक्षकों को केवल पढ़ाई के लिए उपलब्ध रखे तो और बेहतर पढ़ाई हो सकती है. अधिकांश शिक्षक पढ़ाई के अलावा अन्य सभी सरकारी कार्यो में व्यस्त रखे जाते हैं.

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