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प्रदूषण की वजह से नॉएडा में डीजल वाहन, इंडस्ट्री और कंस्ट्रक्शन को बंद करने का आदेश
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: पिछले 1 सप्ताह से दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में प्रदूषण ने बुरा हाल कर रखा है। हालात काबू करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान का स्टेज 4 घोषित कर दिया गया है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के आदेश पर गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने शुक्रवार की दोपहर तक आदेश जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि जिले में डीजल से चलने वाले वाहन बंद रखे जाएंगे। गैस सीएनजी इंडस्ट्री और सारी कंस्ट्रक्शन साइट तत्काल बंद करने का आदेश जारी किया गया है। केवल बीएस-6 स्टैंडर्ड के डीजल वाइकल चलाए जा सकते हैं। सीएनजी से चलने वाले इंडस्ट्री ऊपर कोई पाबंदी नहीं रहेगी। कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वर्क पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं।
आज से आठवीं तक के बच्चों के लिए स्कूल बंद: गुरुवार की रात गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने जिले में आठवीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्कूलों को भेजें आदेश में कहा है कि आठवीं तक के सारे स्कूल बंद रहेंगे। छात्र-छात्राएं ऑनलाइन क्लासेस करेंगे। बारहवीं तक के स्कूलों को खोलने या ऑनलाइन क्लासेस लेने का फैसला स्कूल मैनेजमेंट व अभिभावकों पर छोड़ दिया गया है। हिदायत दी गई है कि अगर बारहवीं तक के छात्र छात्राओं को स्कूल में बुलाया जाता है तो आउटडोर एक्टिविटी पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगी। बच्चों को खुले में नहीं रखा जाएगा।
बच्चों बुजुर्गों और बीमारों को हो रही है बड़ी परेशानी: दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में 200 किलोमीटर के दायरे में एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब है। कई स्थानों पर एक्यूआई 500 के पार चल रहा है। ऐसे में छोटे बच्चों, बुजुर्गों और बीमारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एनसीआर के अस्पतालों से मिल रही जानकारी के मुताबिक सांस से जुड़े रोगी परेशान होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। छोटे बच्चे लगातार खास रहे हैं। अभिभावक परेशान है। पीडियाट्रिशियन डॉक्टर नीलेश कपूर ने कहा, "हालात बहुत ज्यादा खराब है। ऐसे में बच्चों को खुले में जाने से रोके। खासतौर से प्लेग्राउंड्स में छोटे बच्चों को बिल्कुल ना जाने दे। लंबे वक्त तक बुजुर्ग और सांस के रोगी खुली हवा के संपर्क में नहीं रहे। ऐसे वक्त में लोगों को सुबह और शाम के वक्त जोगिंग नहीं करनी चाहिए। वायु गुणवत्ता बेहद खराब है। यह केवल बीमार लोगों के लिए ही नहीं, स्वस्थ इंसान के लिए भी घातक है। खुली हवा के लगातार संपर्क में आने से सांस की नली और फेफड़ों में संक्रमण होने का खतरा है।
दिल्ली में सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक शुक्रवार को गाजियाबाद की एक्यूआई 401, नोएडा की 418 और दिल्ली की 449 दर्ज की गई। ग्रेटर नोएडा की एक्यूआई 440, फरीदाबाद की 411, गुरुग्राम की 435, मानेसर 421, भिवानी 430, बुलंदशहर 240, हापुड़ 285 और सोनीपत 371दर्ज की गई है।
एनसीआर गैस चैंबर बनी: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण के चलते लोगों का जीना दूभर हो गया है। एनसीआर गैस चैंबर बनी हुई है। वायु प्रदूषण के चलते लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। आंखों में जलन हो रही है। दमा और टीवी के मरीजों के लिए यह मौसम जानलेवा साबित हो रहा है।