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‘वो बहुत दोस्तबाज था’, महारैली में CM केजरीवाल ने सुनाई चौथी पास राजा की कहानी
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क | मौसम का तापमान बढ़ने के साथ-साथ दिल्ली का सियासी पारा भी अब चढ़ चुका है। अफसरों की पोस्टिंग और तबादले का विवाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को केंद्र सरकार द्वारा अध्यादेश लाकर बदलने के बाद, अब आम आदमी पार्टी पूरी तरह केंद्र पर हमलावर है। इसी कड़ी में आज (11 जून) को आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में एक महारैली का आयोजन रखा, जिसमें दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल, पंजाब CM भगवंत मान के अलावा दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री, विधायक और पार्षद भी मौजूद रहे। इसके अलावा रैली में पूर्व कांग्रेस नेता और समाजवादी पार्टी के सहयोग से राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल भी मौजूद रहे।
महारैली में सीएम केजरीवाल ने अध्यादेश को लेकर पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने केंद्र सरकार को महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे पर आढ़े हाथों लिया। अपने संबोधन के दौरान सीएम ने कहा कि जब-जब हमने दिल्ली कि जनता के लिए काम करने की बात कही तब-तब केंद्र ने दिल्ली सरकार के कामों में बाधा डालने का काम किया है। सीएम केजरीवाल ने ये भी कहा कि चौथी पास राजा को समझ नहीं आ रहा कि देश को कैसे चलाना है। साथ ही 2000 के नोट को लाने और फिर वापस लेने पर भी चुटकी ली।उन्होंने अपने भाषण के अंत में चौथी पास राजा की एक कहानी भी सुनाई।
चौथी पास राजा ने एमए की फर्जी डिग्री ली वह धीरे-धीरे अहंकारी होता गया वह लोगों के कहने से नोटबंदी कर देता था किसी के कहने पर किसानों के लिए कानून लेकर आया। 750 किसान मर गए, उसके एक साल बाद कानूनों को वापस ले लिया। एक महामारी आई तो थाली और चम्मच बजवा दीं राजा अपने दोस्तों का बहुत ख्याल रखता था। एक दोस्त ने 12 हजार करोड़ रुपये चोरी कर लिए तो उसे राजा ने देश से भगा दिया। एक दोस्त ने 20 हजार करोड़ चोरी किए तो उसे भी भगा दिया। एक करीबी दोस्त पर राजा मेहरमान था। उसे खदान, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, जमीन सब बेच दिए। मजाल किसी दोस्त पर आंच आ जाए। एक दोस्त के खिलाफ खिलाड़ियों ने आरोप लगाए, उसपर भी कोई एक्शन नहीं लिया। एक दोस्त ने किसानों को कुचल दिया, लेकिन दोस्ती नहीं छोड़ी। राजा बहुत दोस्तबाज था।