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फरीदाबाद न्यूज़: इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (आईसीसीसीसी) फरीदाबाद साइबर पुलिस के लिए कारगर साबित हो रहा है. पुलिस ने इसके माध्यम से देशभर के करीब 19000 साइबर ठगी के मामलों का खुलासा किया है, जबकि जिले में तीन माह में 52 आरोपी गिरफ्तार किए गए. पुलिस का दावा है कि जागरूकता के चलते अब साइबर मामले में कमीं भी आ रही है.
डीसीपी नितीश अग्रवाल ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस साल अबतक 30 फीसदी अधिक आरोपी गिरफ्तार हुए हैं. जनवरी से अबतक साइबर ठगी के मामले में करीब 52 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. जबकि पिछले साल 12 महीने में 172 आरोपी गिरफ्तार हुए थे. उन्होंने बताया कि साइबर ठगी करने वाले गिरोह को तोड़ने के लिए कई आधुनिक तकनीकि का सहारा लिया गया. गिरफ्तार आरोपियों से बरामद लैपटॉप, मोबाइल फोन व अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामानों को जांच के लिए इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर भेजा जाने लगा. इसके लिए आईसीसीसी सेंटर से पहले बात की गई. इसका फायदा यह हुआ कि आरोपियों से बरामद इलेक्ट्रॉनिक सामनो की जांच में और कई ठगी के मामले सामने आए. इस तरह से फरीदाबाद की साइबर पुलिस ने पिछले साल से अबतक आईसीसीसी की मदद से देशभर के 19 हजार साइबर ठगी का खुलासा किया. इस खुलासे के बाद संबंधित प्रदेश व जिला की साइबर पुलिस फरीदाबाद में गिरफ्तार आरोपियों को प्रोडक्शन पर लेकर पूछताछ की.
शिकायतों में कमी आ रही डीसीपी: डीसीपी नितीश अग्रवाल के अनुसार, फरीदाबाद पुलिस द्वारा साइबर अपराध के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है. सभी को साइबर हेल्पलाइन नंबर-1930 को बताया जा रहा है. इससे पिछले शिकायतों में कमीं आई है. उन्होंने बताया कि पहले जहां रोजाना 40 के आसपास शिकायतें पहुंच रही थी. वहीं अब साइबर ठगी की करीब 8 शिकायतें रोज पहुंच रही है. उन्होंने कहा कि लोग खुद भी सावधानी बरतें. किसी अंजान नंबर व अंजान मैसेज को ओपन करने से बचें. किसी के झांसे में न आएं.
तीन माह में 136 शिकायतों का निस्तारण: डीसीपी नितीश अग्रवाल ने बताया कि बीते 90 दिन में शहर की तीनों साइबर थाना व साइबर हेल्प डेस्क में करीब 651 शिकायतें पहुंची. इसमें से अबतक करीब 136 शिकायतों का निपटारा किया गया जा चुका है. निपटारे वाले अधिकाशं शिकायतों के आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस साल अबतक 12 मामले दर्ज किए गए हैं. पिछले साल साइबर ठगी के 12 मामले दर्ज किए गए थे.