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चंडीगढ़ न्यूज़: दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के बल्लभगढ़ उपमंडल में बिजली चोरी के सबसे ज्यादा मामले पकड़े जा रहे हैं. विभाग की तरफ से जारी की गई तीन वर्ष की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. वहीं, ग्रेटर फरीदाबाद बिजली चोरी के मामले में दूसरे नंबर पर है.
विभाग को यह पता चला है कि अधिकांश मामलों में कुंडी डालकर ही बिजली चोरी की जा रही है. दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने फरीदाबाद जिले को बिजली वितरण के लिए चार मंडलों में बांटा हुआ है. इनमें बल्लभगढ़ मंडल, ग्रेटर फरीदाबाद मंडल, ओल्ड फरीदाबाद मंडल और एनआईटी मंडल शामिल हैं. जबकि जिले में 24 उपमंडल हैं. दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने हाल ही में बिजली चोरी पर एक दस्तावेज तैयार किया था.
बल्लभगढ़ मंडल के अंतर्गत बिजली चोरी के मामले सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं. 2020-21 वित्तीय वर्ष में बिजली निगम ने 2,028, वर्ष 2021-22 में 1,470 और वर्ष 2022-23 वित्तीय वर्ष में 1,518 बिजली चोरी के मामले पकड़े. बिजली चोरी के उपरोक्त मामलों का जोड़ 5,016 बनता है.
बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. जहां से भी शिकायत आती है विजिलेंस टीम मौके पर पहुंच रही है.
-नीरज दलाल, कार्यकारी अभियंता, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम
ग्रेफ में चार हजार से अधिक मामले
इसी तरह ग्रेटर फरीदाबाद मंडल में उपरोक्त अवधि में 4,700 मामले पकड़े गए हैं. इस लिहाज से बिजली चोरी के मामले में ग्रेटर फरीदाबाद मंडल दूसरे नंबर पर है. जबकि तीसरे नंबर पर ओल्ड फरीदाबाद मंडल रहा. यहां पर तीन साल में 3,100 मामले बिजली चोरी के सामने आए हैं. इसके अलावा एनआईटी मंडल में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा 1,504 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी गई. यह बिजली चोरी घरों और दुकानों पर पकड़ी गई है.
कुंडी डालकर बिजली चोरी की जा रही
बिजली निगम बिजली मीटर बिजली खंभों पर लटका चुका है. फिर भी बिजली चोरी के मामले पकड़े जा रहे हैं. बिजली निगम अधिकारियों के मुताबिक, तीन साल की अवधि में जितने भी बिजली चोरी के मामले विभाग द्वारा पकड़े गए हैं, इनमें अधिकांश मामलों में कुंडी डालकर बिजली चोरी पकड़ी गई है. कुछ मामलों में बिजली मीटरों की प्रयोगशाला में जांच करवाने पर बिजली चोरी किए जाने का पता चला. लेकिन ऐसे मामलों की संख्या काफी कम है.
हर वर्ष मामले बढ़ रहे
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने पिछले तीन साल में करीब 99 करोड़ रुपये की बिजली चोरी पकड़ी है. इसमें 2022-23 वित्तीय वर्ष में 35 करोड़ रुपये, वित्तीय वर्ष 2021-22 में 30 करोड़ की चोरी पकड़ी है.