COVID-19
जानिए कोरोना से ठीक हुए लोगों के लिए कुछ सेहतमंद टिप्स, जिससे दोबारा छू भी नहीं पाएगी यह वायरस
Nilmani Pal
2 Dec 2020 3:56 PM GMT
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इस बीमारी को मात देने वाले लोगों का शरीर भीतर से इतना कमजोर हो जाता है कि उन्हें मौसमी संक्रमण भी आसानी से घेर सकते हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुनियाभर में कोविड-19 नाम की महामारी ने सेहत के प्रति लोगों के दिलों में दहशत भर दी है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो यह रोग एक बार ठीक होने के बाद भी दोबारा लोगों को अपना शिकार बना सकता है। खासतौर पर ऐसा उन लोगों के साथ देखा जा रहा है जो बुर्जुग हैं या फिर ठीक होने के बाद उचित सावधानी नहीं बरतने की वजह से इंफेक्शन के जोखिम का खतरा उठा रहे हैं। बता दें, इस बीमारी को मात देने वाले लोगों का शरीर भीतर से इतना कमजोर हो जाता है कि उन्हें मौसमी संक्रमण भी आसानी से घेर सकते हैं। ऐसे में कोरोना को मात दे चुके लोगों के लिए बताते हैं कुछ ऐसे सेहतमंद टिप्स जो रोजाना करने पर ये महामारी आपको दोबारा छू भी नहीं पाएगी।
डायट में पोषक तत्व-
कोरोना से ठीक होने के बाद अपनी डाइट को लेकर लापरवाही बरतने की गलती न करें। डाइट में प्रोटीन की मात्रा अधिक लें। इसके लिए आप अपनी डाइट में दाल, हरी फलियां या अंडों को शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा दिनभर में 8-9 गिलास पानी भी पिएं। इसके अलावा एक साथ पेट भरकर खाने की जगह थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कुछ न कुछ खाते रहें। ऐसा करने से आपके पाचन तंत्र पर असर भी नहीं पड़ेगा और आपके शरीर की ऊर्जा भी बनी रहेगी।
एक्सरसाइज-
कोरोना से ठीक हुए व्यक्ति को अपनी दिनचर्या में हल्का-फुल्का व्यायाम जरूर शामिल करना चाहिए। इसके लिए रोजाना 30 मिनट की वॉक या कोई आसान योगा किया जा सकता है।
ब्रेन से जुड़ी एक्सरसाइज-
देखा जा रहा है कि कोरोना से ठीक हुए मरीजों की दिमागी सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। जिसमें चीजें रखकर भुलने की समस्या सबसे ज्यादा है। इस समस्या से बचने के लिए आप अपनी दिनचर्या में लूडो, चेस जैसे कुछ खेल शामिल कर सकते हैं, जिनसे आपकी दिमागी कसरत हो सके।
ऑक्सीजन लेवल का रखें ध्यान-
कोरोना के दौरान मरीज के फेफड़ों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। कोरोना संक्रमण से पूरी तरह ठीक होने के बाद भी आपको अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहना है। अगर यह 90 से नीचे जाए तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
ये लक्षण दिखने पर डॉक्टर से करें सपंर्क-
कोरोना से ठीक हुए मरीज को अगर कुछ समय बाद खुद में सांस का छोटा होना, सीने में जकड़न का अहसास होना, अचानक से सिर चकराना, अचानक पसीना अधिक होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे बिना देर किए अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
Nilmani Pal
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