टाटा स्टील का चतुर्थ 'मटीरियलनेक्स्ट' कार्यक्रम आज से हुआ शुरू
मुंबई: धातु एवं औद्योगिक विनिर्माण सामग्रियों की प्रौद्योगिकी के भविष्य के आयामों पर नए-नए विचार आकर्षित करने के लिए टाटा स्टील का चतुर्थ 'मटीरियलनेक्स्ट' कार्यक्रम शनिवार को शुरू किया गया। कंपनी ने एक बयान में कहा,''मटीरियलनेक्स्ट उभरते सामग्री क्षेत्र में एक प्रमुख खुला नवप्रवर्तनकारी कार्यक्रम है। इसके चतुर्थ संस्करण का केंद्रीय विषय है- 'मैटीरियल टू वंडर' (सामग्री से चमत्कार)। इसका उद्देश्य उभरती सामग्रियों और उनके अनूठे अनुप्रयोगों के बारे में विचारों को क्राउडसोर्स (सामर्वजनिक रूप से आमंत्रित) करना है। मैटेरियलनेक्स्ट 4.0 में चार प्रमुख सामग्री/प्रौद्योगिकी विषय क्षेत्रों को रखा गया है जिनमें उपयोगी नैनो सामग्री, नयी कंपोजिट सामग्री,नयी उभरती निर्माण सामग्री, और नयी ऊर्जा सामग्री शामिल है। इस कार्यक्रम को -अनुसंधान और स्टार्टअप, दो समानांतर रास्तों पर चलाया जाएगा। अनुसंधान की राह के कार्यक्रमों में पूरे भारत में प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों और अनुसंधान सुविधाओं की अवधारणाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसी तरह 'स्टार्ट-अप' के रास्ते के आयोजित कार्यक्रम उन स्टार्ट-अप्स पर केंद्रित होंगे जो संस्थान स्तर पर इनक्यूबेटर सेल से उभरे हैं।"
टाटा स्टील के उपाध्यक्ष, प्रौद्योगिकी एवं नवीन सामग्री प्रभाग डॉ. देवाशीष भट्टाचार्जी ने कहा,"टाटा स्टील लगातार अपनी अनुसंधान और विकास शक्तियों का लाभ उठाकर स्टील के क्षेत्र में अभिनव समाधान और सफल प्रौद्योगिकियां विकसित करता आ रहा है और वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, स्टार्ट-अप और औद्योगिक संगठनों के व्यापक समुदाय के साथ सहयोग करता रहता है। हमारा 'मैटेरियलनेक्स्ट' उन्नत सामग्री के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के प्रोत्साहन के लिए युवा प्रतिभाओं की आगे बढ़ाने में नेतृत्व प्रदान करता है।" उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम उन्नत सामग्रियों के उभरते क्षेत्रों में सफल उत्पादों और प्रक्रियाओं को आकार देने की संभावनाएं रखता है। यह कार्यक्रम तीन चरणों में पांच महीने तक चलेगा। इसमें चयन (विचारों का चयन), प्रदर्शन (अवधारणा का विकास) और निर्णायक कार्यक्रम (अवधारणा का मूल्यांकन)। शामिल है। दो दिवसीय निर्णायक कार्यक्रम अगले वर्ष 11 मई को प्रौद्योगिकी दिवस पर आयोजित किया जाएगा।