दिल्ली : दुनिया में 90% से अधिक लोग या तो जॉब करते हैं या फिर Self Employed हैं. केवल 10% लोग ऐसे हैं जो बिजनेस करते हैं या फिर इन्वेस्टर हैं. 90% लोगों के पास दुनिया का केवल 10% पैसा है. वहीं 10% लोगों के पास दुनिया का 90% पैसा है. यदि आपको ऐसी कैटेगरी में जाना है जहां दुनिया का 90% पैसा है तो आपको वो करना होगा जो इस कैटेगरी के लोग करते हैं या तो आपको बिजनेस करना होगा या फिर इन्वेस्मेंट. अमूमन बिजनेस में अधिक पूंजी की आवश्यकता पड़ती है. लोगों का मानना है कि कम पूंजी वाले बिजनेस से कम और अधिक पूंजी वाले से अधिक फायदा होता है. ऐसा कुछ हद तक ठीक भी है, लेकिन बस कुछ मामलों में ही और रही बात किस्मत की तो कौन सा बिजनेस चलेगा और कौन सा नहीं ये आपकी मेहनत और लगन के साथ किस्मत पर भी निर्भर करता है. तो ऐसा कुछ क्यों न करें, जिसमें कुछ कम पूंजी भी हो तो काम चल जाए और एक समय के बाद आपके पास इतना पैसा हो, जिससे कि आप दुनिया के 90% लोगों से अधिक अमीर हों. तो चलिए अमीर बनने के यात्रा पर आपको लिए चलते हैं.
भले थोड़े से स्टार्ट कीजिए, लेकिन इन्वेस्टमेंट शीघ्र प्रारम्भ कीजिए
आपका जल्द अमीर होना इस बात पर निर्भर करता है कि आप कब से और कितना इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं, या करने की सोच रहे हैं. राम, श्याम और इमरान इन तीनों दोस्तों के उदाहरण से आपको आसान भाषा में समझाने की प्रयास करते हैं. यहां ये मान लेते हैं कि तीनों दोस्तों की जॉब 25 वर्ष में लगती है, और तीनों 50 वर्ष के बाद ही रिटायर होना चाहते हैं.यानी समय से पहले रिटायरमेंट लेना चाहते हैं, अच्छी बात है. लेकिन तीनों ने इन्वेस्टमेंट के लिए भिन्न-भिन्न समय को चुना. किसी ने थोड़ा पहले स्टार्ट किया और किसी ने बाद में. तब देखिए तीनों को मिलने वाले पैसे में कितना फर्क आता है. और तीनों में से कौन 50 वर्ष की उम्र में सबसे अधिक अमीर बनता है. विश्वास मानिए ये आंकड़े आपको चौका देंगे.
पहला उदाहरण
तो चलिए राम से प्रारम्भ करते हैं. राम ने अपनी पॉकेट मनी से हर महीने 500 रुपये बचाना प्रारम्भ किया. उसने किसी म्यूचुअल फंड में 500 रुपये की स्टेप अप SIP प्रारम्भ की. यानी हर वर्ष 10% की रकम बढ़ाता गया. इस वर्ष 500 रुपये, अगले वर्ष 550 रुपये. ऐसे ही आगे जमा करता चला गया. राम ने 18 वर्ष की उम्र से पॉकेट मनी से कुछ पैसे बचाकर इन्वेस्ट करना प्रारम्भ किया था, अभी उसकी उम्र 50 वर्ष है और उसने जॉब से रिटायर होने का मन बना लिया है. 32 वर्ष बाद अब उसके एकाउंट में 65 लाख होंगे. ये कोई जादू नहीं है, कंपाउंडिंग का कमाल है. अब जरा सोचिए राम ने जब जॉब प्रारम्भ करने के बाद 500 की स्थान 2 हजार या 5 हजार हर महीने जमा करना प्रारम्भ किया होता तब उसकी रकम और कितनी हुई होती.
दूसरा उदाहरण
वहीं श्याम ने राम की तरह पॉकेट मनी नहीं बचाई. उसने नौकरी लगने तक का इन्तजार किया. तब तक महंगे मोबाइल, चश्मे, और महंगे गैजेट्स में पैसे बर्बाद करता रहा. नौकरी लगने के बाद उसकी विवाह हुई, और तब जाकर उसकी आंखें खुली, फिर उसने Step up SIP प्रारम्भ की. तबतक वह 25 वर्ष का हो चुका था, यानी 25वें वर्ष से उसने 500 रुपये हर महीने की स्टेपअप SIP प्रारम्भ की. और 50 वर्ष के बाद उसने भी राम की तरह रिटायरमेंट लेने की सोची. तब उस समय उसके एकाउंट में करीब 23 लाख रुपये होंगे. राम और श्याम के बीच इन्वेस्टमेंट की जर्नी प्रारम्भ करने में महज 7 वर्ष का अंतर और पैसे के बीच 42 लाख रुपये का फर्क? कुछ समझे? समझने की बात यही है कि जितनी शीघ्र प्रारम्भ करेंगे, कंपाउंडिंग का उतना अधिक मजा ले पाएंगे आप. 25 वर्ष में श्याम ने करीब 6 लाख रुपये जमा किए और उसे इसके बदले करीब 23 लाख रुपये ही मिलेंगे.
तीसरा उदाहरण
तीसरा उदाहरण इमरान का लेते हैं. इमरान प्रारम्भ से ही जिम्मेदारियों के बोझ तले दबा था. जब इमरान 35 वर्ष का हुआ. तब तक उसने 5 लाख रुपये किसी तरह से सेव कर लिए थे. 25 वर्ष में जॉब लगी और अगले 10 वर्ष में उसने सारे खर्चे और बच्चों की पढ़ाई लिखाई में खर्च के बाद 5 लाख की सेविंग की. और उसने किसी म्यूचुअल फंड में 5 लाख रुपये Lumpsum डाल दिए. 15 वर्ष बाद यानी जब वह 50 वर्ष का हुआ तब उसके एकाउंट में महज 31 लाख रुपये ही हुए. अब यहां तीनों राम, श्याम और इमरान के इन्वेस्टमेंट के रिटर्न का फर्क देखिए. राम ने पहले से प्रारम्भ किया तो उसे करीब 65 लाख, श्याम ने उसके बाद प्रारम्भ किया तो उसे 23 लाख और इमरान ने 5 लाख रुपये Lumpsum 15 वर्ष के लिए डाला फिर भी उसे 31 लाख रुपये ही मिले. सबसे अधिक राम को 65 लाख रुपये मिले. वो इसलिए कि उसने अपने दोनों दोस्तों से काफी पहले इन्वेस्टमेंट की आरंभ कर दी थी. यहां सबसे जरुरी बात ये है कि अच्छे रिटर्न के लिए आपको जल्द आरंभ करनी पड़ेगी. काफी समय बीतने के बाद अधिक पैसा Lumpsum डालने के बाद भी अधिक फर्क नहीं पड़ता. भले थोड़े से स्टार्ट कीजिए, लेकिन इन्वेस्टमेंट शीघ्र प्रारम्भ कीजिए. तभी आप ठीक अर्थ में अमीर होंगे. राम ने प्रारम्भ से ही पैसे की अहमियत समझी, थोड़ा ही ठीक लेकिन उसने इन्वेस्टमेंट को तवज्जो दी, जिसके फर्क सबके सामने है. म्यूचुअल फंड्स में 12 से 15 प्रतिशत का रिटर्न आम बात है. यहां मैंने उदाहरण के लिए तीनों मुकदमा में 13 प्रतिशत का रिटर्न ही लिया है. आपके इन्वेस्टमेंट स्टाइल से आप अपने रिटर्न को और अधिक बढ़ा सकते हैं. इसके लिए नीचे लिंक को क्लिक कर आप Blast Lumpsum की मेरी टेक्निक को सरलता से समझ सकते हैं.