जनता से रिश्ता वेबडेस्क | WhatsApp Payment को भारत में हाल ही में लॉन्च किया गया है। ऐसे में WhatsApp को लेकर कई तरह की खबरें चल रही हैं। बता दें कि WhatsApp पेमेंट एक UPI बेस्ड मनी ट्रांसफर सर्विस हैं, जो भारत में मौजूद बाकी UPI बेस्ड पेमेंट सर्विस की तरह ही काम करती है। इसे नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के समझौते के तहत विकसित किया गया है। हालांकि WhatsApp पेमेंट का इस्तेमाल करते वक्त कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखना चाहिए, जिससे बैंकिंग फ्रॉड से बचा जा सकता है।
WhatsApp Payment का कोई ऑफिशियल कस्टमर केयर नंबर मौजूद नही है। ऐसे में WhatsApp कस्मटर केयर की तरह से आने वाले किसी मैसेज या कॉल पर भरोसा न करें। अगर किसी तरह की आपको पेमेंट से जुड़ी असुविधा हो रही है, तो कस्टमर को तुरंत संबंधित बैंक से संपर्क करना चाहिए।
कार्ड, ओटीपी, UPI पिन न करें साझा
WhatsApp की तरफ से कस्टमर से कभी भी कार्ड डिटेल, ओटीटी और UPI पिन की डिटेल नही मांगी जाती है। ऐसे में अगर कोई आपसे WhatsApp से जुड़ी बैकिंग डिटेल मांगता है, तो संभव है कि आपके साथ फ्रॉड हो सकता है। ऐसे में कस्टमर को किसी के साथ ही इन तीनों चीजों को साझा नही करना चाहिए।
WhatsApp से मिलने वाली किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। कई बार हैकर्स की तरफ से टेक्स्ट या फिर WhatsApp के माध्यस से कुछ खास तरह की लिंक जारी की जाती है, जो बैकिंग फ्रॉड को अंजाम दे सकती है। ऐसे में कस्टमर को ऐसी किसी भी लिंक पर क्लिक नही करना चाहिए।
परिचित लोगों का पेमेंट एक्सेप्ट करें
अगर WhatsApp के जरिए आपको कोई पेमेंट भेजना है, तो उसे एक्सेप्ट न करें। हमेशा कस्टमर को WhatsApp पर अपने किसी परिचित लोगों से ही पेमेंट स्वीकार करें। WhatsApp की तरफ से कहा गया है कि अगर आपको किसी पेमेंट रिक्वेस्ट आती है, और दावा किया जाता है कि यह पेमेंट के दोस्त की तरह से भेजा गया है, तो बेहतर होगा कि एक बार अपने दोस्ते से वेरिफाई कर लें। वहीं किसी दूसरे नंबर से आने वाले पेमेंट को भी न स्वीकर करें।