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- ऑनलाइन सट्टा नेटवर्क...
सक्ती। महीनेभर बाद मंगलवार को आखिरकार एक सटोरिया सक्ती पुलिस के हाथ लगा है, जिसके मोबाइल में ऑनलाइन सट्टा खिलाने के सबूत मिले हैं. इसके बाद सक्ती पुलिस ने छग जुआ प्रतिषेध अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए आरोपी सटोरिए को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि सक्ती के राम मंदिर के पास रहने वाला अंकित अग्रवाल उर्फ कालू अपने मोबाइल से सट्टा खिला रहा था. इसकी सूचना के बाद उसे गिरफ्तार किया गया. आरोपी अंकित अग्रवाल के पास से सट्टा खिलाने में प्रयुक्त मोबाइल भी जब्त किया गया है, जिसमें लाखो रुपए के सट्टे का हिसाब मिला है. पुलिस ने बताया कि रेड के दौरान कई लोग भाग निकले. वहीं देर शाम तक पुलिस कई सटोरियों को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ करती रही मगर उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं जुटा सकी. बता दें कि सक्ती नगर को सटोरियों की राजधानी के रूप में लोग जानने लगे हैं।
जहां बड़े-बड़े सट्टा किंग यहां रहकर कई राज्यों में अपने सट्टे का नेटवर्क बनाए हुए हैं. सक्ती उनके लिए सुरक्षित जगह मानी जाती है, जहां उन्हें राजनेता और अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है इसलिए सक्ती के सट्टा किंग छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में अपने सट्टे का नेटवर्क फैलाया हुआ है. वहीं पकड़े गए आरोपी अंकित के मोबाइल में पाया गया राधे एक्सचेंज नाम का सट्टा एप है, जिसका मालिक भी सक्ती का ही बड़ा सटोरिया है. उसे अब लोग सट्टा किंग कहते हैं. पुलिस ने संदेह के आधार पर भले ही कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, मगर इस काले कारोबार के प्रमुख सरगना तक पहुंचने में पुलिस फिलहाल बौनी साबित हो रही है। सटोरियों का कारोबार छत्तीसगढ़ के अलावा कई राज्यों में फैला हुआ है. सक्ती में कई सटोरिए मास्टर आईडी लेकर बैठे हैं, जो अपने नीचे कई सटोरिए जोड़े हुए हैं. सटोरिए अंकित अग्रवाल के पकड़े जाने के बाद यह बात भी सामने आई है कि अंकित का लिंक ओड़िशा के कई सटोरियों से जुड़ा है. पैसे के लेन देन को लेकर ओड़िशा के एक युवक को धमकी भी दी गई है, जिसके बाद उसने जहर खाकर आत्मघाती कदम उठा लिया है. हालांकि सक्ती पुलिस इस मामले में अभी स्पष्ट जानकारी नहीं दे रही. उसका कहना है कि बात सामने आई थी, इस पर जांच की जा रही है।