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- नाबालिग की हत्या करने...
भुवनेश्वर। ओडिशा पुलिस ने एक नाबालिग छात्र की हत्या के मामले को सुलझाने का दावा करते हुए एक किशोर को गिरफ्तार किया है। ओडिशा के खोरधा जिले के जटनी इलाके के बेनापंजरी गांव में इस घटना को अंजाम दिया गया था। मृतक सुभम स्वरूप पलटासिंह संधापुर के आदर्श विद्यालय में नौवीं कक्षा का छात्र था और बेनापंजुरी गांव का निवासी था। भुवनेश्वर के पुलिस उपायुक्त, प्रतीक सिंह ने कहा कि लंबित ट्यूशन फीस से संबंधित पीड़ित के पिता के साथ कुछ विवाद को लेकर बुधवार को 14 वर्षीय नाबालिग की चाकू मारकर हत्या करने के आरोप में पुलिस ने एक किशोर को हिरासत में लिया है। उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के बाद एसीपी जोन-III और जाटनी पुलिस स्टेशन के आईआईसी अन्य कर्मचारियों के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने घटना के पीछे का कारण और हत्या में शामिल लोगों को जानने के लिए स्थानीय लोगों और परिवार के सदस्यों से पूछताछ की।
मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए डीसीपी सिंह ने कहा कि शाम 5.30 बजे मृतक घर पर था। माता-पिता और परिवार के सदस्य, जो दूसरे कमरों में कुछ छात्रों को ट्यूशन दे रहे थे, उन्होंने आवाज सुनी और उसके कमरे में पहुंचे। उन्होंने देखा कि मृतक पर किसी ने हमला किया था और बहुत खून बह रहा था। वे उसे अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।” सिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान जांच टीम को घटनास्थल से एक अहम सुराग मिला है। जांच अधिकारियों को मौके से एक स्कूल बैग मिला। बाद में पुलिस बैग में रखी वर्दी और अन्य सामग्री के जरिए आरोपी की प्रारंभिक पहचान करने में कामयाब रही। वर्दी और बैग प्लस टू के छात्र का था और आगे की पूछताछ के दौरान ग्रामीणों ने उसे पहले भी इलाके में देखे जाने की पुष्टि की। बाद में छात्र को थाने आने को कहा गया। पूछताछ में उसने वारदात करना भी स्वीकार कर लिया। उसने पुलिस के सामने कबूल किया कि वह मृतक के माता-पिता से ट्यूशन ले रहा था और ट्यूशन फीस की कुछ राशि बकाया थी। सिंह ने कहा, “आरोपी को शर्मिंदगी महसूस होती थी क्योंकि मृतक के माता-पिता सार्वजनिक रूप से उससे लंबित बकाया राशि के लिए बार-बार पूछते थे। अपमान से वह क्रोधित हो गया और उसने नाबालिग पर चाकू से हमला कर दिया, जिससे पीड़ित की मौत हो गई।”
सिंह ने कहा कि आरोपी किशोर का बैग और मौके से बरामद अन्य सामान अपराध स्थल पर उसकी मौजूदगी से जुड़े हैं। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने अब तक अपराध में इस्तेमाल किया गया हथियार और पहने हुए कपड़े जब्त कर लिए हैं। वहीं वैज्ञानिक टीम घटनास्थल का दौरा कर मौके से अहम साक्ष्य जुटा रही है। उन्होंने आगे खुलासा किया कि पुलिस ने पाया है कि लंबित ट्यूशन फीस लगभग 3,000 से 5,000 रुपये थी। किशोर को न्याय बोर्ड, भुवनेश्वर के समक्ष पेश किया जाएगा। इस बीच, मृतक के पिता, मनोज कुमार पलटासिंह ने अपने बेटे की मौत के पीछे बकाया ट्यूशन फीस मांगने के पुलिस के दावों को खारिज कर दिया। मनोज ने कहा, वह किशोर नयागढ़ का रहने वाला है, यहां अपने चाचा के घर पर रहता था और मेरे रिश्तेदार जैसा है। मैंने उनसे कभी भी लंबित ट्यूशन फीस का भुगतान करने के लिए नहीं कहा। पुलिस के दावे पूरी तरह झूठ और बेतुके हैं। मुझे लगता है कि उसने किसी से सुपारी लेकर वारदात को अंजाम दिया है। मैं 2022 के बाद से उनसे नहीं मिला हूं।