- Home
- /
- Breaking News
- /
- 33 रेलवे कोच पर शुरू...
जबलपुर। रेल मंत्रालय ने ‘वोकल फॉर लोकल’ विजन को बढ़ावा देने, स्थानीय/स्वदेशी उत्पादों के लिए एक बाजार प्रदान करने तथा समाज के वंचितों वर्गो के लिए अतिरिक्त आय के अवसर जुटाने के उद्देश्य से ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ (ओएसओपी) योजना शुरू की थी। सम्पूर्ण भारतीय रेलवे में रेलवे स्टेशनों पर राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान द्वारा डिजाइन किए गए स्टॉल स्थापित किये जा रहे हैं। रेलवे द्वारा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और इस कार्य में लगे शिल्पकारों, बुनकरों, कारीगरों, कुम्हारों आदि को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
पूरे देश में 9 नवंबर तक कुल 1037 स्टेशनों पर 1134 ओएसओपी आउटलेट चालू हैं। इसी श्रृंखला में पश्चिम मध्य रेल के तीनों मंडलों जबलपुर, भोपाल एवं कोटा में कुल 33 रेलवे स्टेशनों पर एक स्टेशन एक उत्पाद का एनआईडी डिजाइन के अनुरूप स्टॉल स्थापित किये गये। जिसमें पमरे पर एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के तहत 33 स्टेशनों में से 20 स्टेशनों पर ओएसओपी आउटलेट चालू हैं।
इस योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों पर बिक्री आउटलेट के प्रावधान के माध्यम से स्थानीय कारीगरों, कुम्हारों, बुनकरों/हथकरघा बुनकरों, शिल्पकारों आदि को कौशल विकास के माध्यम से अवसर प्रदान करना है। पायलट प्रोजेक्ट 25 मार्च 2022 को 19 स्टेशनों पर 15 दिनों के लिए लॉन्च किया गया था। इसमें स्थानीय कारीगरों, बुनकरों, शिल्पकारों, जनजातियों द्वारा बनाई गई कलाकृतिया, हस्तशिल्प, कपड़ा और हथकरघा, खिलौने, चमड़े के उत्पाद, पारंपरिक उपकरण / उपकरण, वस्त्र, रत्न और आभूषण आदि शामिल हो सकते हैं।