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केंद्र सरकार महिलाओं को देगी 15 हज़ार रुपए और ड्रोन, पीएम ने किया ट्वीट

admin
29 Nov 2023 3:14 PM GMT
केंद्र सरकार महिलाओं को देगी 15 हज़ार रुपए और ड्रोन, पीएम ने किया ट्वीट
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नई दिल्ली। देश में महिला सशक्तिकरण के अपने प्रयासों में हमने एक और बड़ी योजना को मंजूरी दी है, जो हमारे कृषि क्षेत्र को और अधिक समृद्ध बनाएगी। हमारी सरकार ने 15,000 महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन देने का निर्णय लिया है।

जिससे हमारे किसान भाई-बहनों की खेती बहुत आसान होने वाली है। इससे सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी हमारी माताओं-बहनों के साथ ही देश के अन्नदाताओं की आय भी बढ़ेगी और उनके जीवन में नई खुशहाली आएगी।

देश में महिला सशक्तिकरण के अपने प्रयासों में हमने एक और बड़ी योजना को मंजूरी दी है, जो हमारे कृषि क्षेत्र को और अधिक समृद्ध बनाएगी। हमारी सरकार ने 15,000 महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन देने का निर्णय लिया है, जिससे हमारे किसान भाई-बहनों की खेती बहुत आसान होने वाली है। इससे…

— Narendra Modi (@narendramodi) November 29, 2023


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार देर रात हुई कैबिनेट बैठक में 15 हजार महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन देने के फैसले पर मुहर लगा दी गई। ये ड्रोन कृषि कार्य उर्वरकों के छिड़काव आदि के लिए उपयोग में लाए जाएंगे। केंद्र सरकार अगले चार वर्षों में ड्रोन प्रदान करेगी। केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि 10-15 गांव का एक क्लस्टर बनाकर ड्रोन दिया जाएगा। इसमें एक महिला को ड्रोन सखी के रूप में चुना जाएगा।

जिन्हें पंद्रह दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। महिला ड्रोन पायलट को पंद्रह हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा। ये ड्रोन 2023-24 और 2025-2026 के दौरान मुहैया कराए जाएंगे। स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) को कृषि के इस्तेमाल के लिए किसानों को किराये के तौर पर ड्रोन उपलब्ध कराया जाएगा। अगले चार वर्षों में इस योजना के लिए अनुमानित पूंजी परिव्यय 1,261 करोड़ रुपये आंका गया है।

केंद्र सरकार की सहायता के रूप में ड्रोन की लागत का 80 प्रतिशत और सहायक उपकरण/सहायक शुल्क अधिकतम 8 लाख रुपये तक प्रदान किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, यह योजना पीएम मोदी की ‘लखपति दीदी पहल के हिस्से के रूप में अहम है। ड्रोन सेवा क्षेत्र में अहम भूमिका निभाते हैं। लगभग 10 करोड़ महिलाएं हैं, जो स्वयं सहायता समूहों का हिस्सा हैं। इस ड्रोन योजना जरिये यह सुनिश्चित किया गया है वे खेती में प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए ड्रोन उर्वरकों और कीटनाशकों के छिड़काव की दक्षता में सुधार करें। महिला ड्रोन सखी के पंद्रह दिन के प्रशिक्षण का दो हिस्सा होगा। एसएचजी के एक सदस्य को पांच दिवसीय अनिवार्य ड्रोन पायलट प्रशिक्षण और कृषि उद्देश्यों के लिए पोषक तत्व और कीटनाशक के लिए अतिरिक्त 10-दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है।

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