लंदन, एजेंसी। वैश्विक महामारी का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। दुनिया-भर के कई देश इस वायरस की चपेट में हैं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)के प्रमुख टेड्रोस एडहनाम गिब्रेयेसस का मंगलवार को बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि पहली बार घोषित होने के लगभग 2 साल बाद भी COVID-19 एक वैश्विक आपातकाल बना हुआ है। स्वतंत्र विशेषज्ञों से बनी आपातकालीन समिति ने एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामले और कई देशों में स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव का मतलब है कि यह अभी भी एक आपात स्थिति बनी हुई है।
WHO के बयान में कहा गया-
पिछले एक पखवाड़े में डब्ल्यूएचओ को रिपोर्ट किए गए मामलों में 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। WHO के बयान में कहा गया, हालांकि समिति ने स्वीकार किया कि बढ़ी हुई जनसंख्या प्रतिरक्षा, बड़े पैमाने पर टीकों से, अस्पताल में भर्ती होने और मौतों के मामलों में 'डिकूपिंग' (decoupling) देखी गई थी। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ने समिति की सलाह को स्वीकार किया। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने सबसे पहले 30 जनवरी, 2020 को COVID-19 के लिए उच्चतम स्तर का अलर्ट घोषित किया था, जिसे अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल कहा जाता है।