ईरान के सैनिक और तालिबानी लड़ाकों के बीच हुई हिंसक झड़प, एक दूसरे पर की ताबड़तोड़ फायरिंग का वीडियो वायरल

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है.

Update: 2021-12-02 04:38 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अफगानिस्तान (Afghanistan Crisis) में तालिबान (Taliban Government) के कब्जे के बाद कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. आए दिन आतंकी हमले हो रहे हैं. इस बीच ईरान के सैनिकों और तालिबानी लड़ाकों के बीच अफगानिस्तान-ईरान की सीमा (Afghanistan Iran Border) पर हिंसक झड़प की भी खबर है. हालांकि इस हिंसक झड़प में किसी की मौत की कोई खबर नहीं है. झड़प के बाद कहा गया कि ऐसा 'गलतफहमी' की वजह से हुआ है.

इस घटना के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. जिसमें तालिबानी लड़ाके हथियारों के साथ दिखाई दे रहे हैं. इनके बीच गोलीबारी भी हुई है. तालिबानियों को जवाब देते हुए ईरान की तरफ से गोले दागे गए. ईरान की न्यूज एजेंसी तस्नीम ने पुष्टि करते हुए बताया है कि ये लड़ाई हिरमंद काउंटी के शाघालक गांव में हुई है.
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) से जुड़ी तस्नीम एजेंसी ने कहा कि तस्करी का मुकाबला करने के लिए अफगानिस्तान के साथ लगी सीमा के पास ईरानी क्षेत्र में दीवारें खड़ी की गई हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ ईरानी किसानों ने दीवारों को लांघ लिया था लेकिन वह फिर भी ईरान की सीमा के भीतर ही थे. लेकिन तालिबानी बलों ने लगा कि किसान उनके इलाके में आ गए हैं, जिसके चलते उन्होंने गोलीबारी करना शुरू कर दिया.
तालिबान के साथ बातचीत हुई
ईरान के अधिकारियों ने इस मामले में तालिबान के साथ बातचीत की है, जिसके बाद लड़ाई खत्म हो गई. बाद में बुधवार को ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीबजादेह ने एक बयान में तालिबान का नाम लिए बिना कहा कि 'सीमावर्ती इलाकों में रहने वालों के बीच की गलतफहमी' लड़ाई का कारण बनी है. एक वीडियो में कथित तौर पर तालिबान बलों को एक ईरानी क्षेत्र के अंदर देखा गया है, जिसमें दावा किया गया कि तालिबानी लड़ाको ने कई चौकियों पर कब्जा कर लिया है. हालांकि तस्नीम ने इस दावे को खारिज कर दिया है.
कब्जे की बात से ईरान का इनकार
ईरान की तरफ से बताया गया है कि सीमा क्षेत्र के वीडियो में लड़ाई के शुरुआती हिस्से दिख रहे हैं और अब देश की सीमा पर सुरक्षा बलों का पूरा नियंत्रण है. आईआरजीसी (Islamic Revolutionary Guard Corps) से जुड़ी एक अन्य न्यूज वेबसाइट में कहा गया है कि लड़ाई के कारण किसी की मौत नहीं हुई और अब यहां पूरी तरह शांति है. सिस्तान और बलूचिस्तान के गवर्नर के सुरक्षा डिप्टी मोहम्मद मराशी ने ईरानी सरकारी टेलीविजन को बताया कि झड़पें गंभीर नहीं थीं, कर्मियों या संपत्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ है. तालिबान ने अगस्त में विदेशी सेना की वापसी के बाद अफगानिस्तान पर नियंत्रण कर लिया था. ईरान ने तालिबान सरकार को आधिकारिक तौर पर मान्यता नहीं दी है.
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